Edited By Jyoti,Updated: 18 Feb, 2021 05:34 PM
धर्म चाहे कोई भी हो दान करने की प्रथा प्रत्येक धर्म में अधिक महत्व रखती है। कहा जाता है दान आदि करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है।
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धर्म चाहे कोई भी हो दान करने की प्रथा प्रत्येक धर्म में अधिक महत्व रखती है। कहा जाता है दान आदि करने से व्यक्ति को पुण्य की प्राप्ति होती है। इसलिए लोगड बड़ चढ़कर शुभ फलों की प्राप्ति के लिए दान आदि करते हैं। खबरों के मुताबिक भगवान जगन्नाथ के एक भक्त ने श्री पंचमी यानि बसंत पंचमी के मौके पर 4 कि.ग्रा से अधिक सोने के और 3 कि.मी से अधिक चांदी के गहनें भगवान बलभद्र, देवी सुभद्रा एवं भगवान जगन्नाथ को दान दिए। मंदिर प्रशासन (एसजेटीए) की तरफ. से यह जानकारी दी गई।
बताया जा रहा है सोने और चांदी के इन गहनों का कुल वज़न 8 कि.ग्रा से भी ज्यादा बताया जा रहा है। जिनका उपयोग खास मौकों यानि मंदिर में होने वाले खास आयोजनों के दौरान किया जाएगा। बता दें सोने के गहने का वजन 4.858 किलोग्राम और कीमत करीब 2.30 करोड़ रुपये है जबकि चांदी के गहनों का वजह 3.876 किलोग्राम और कीमत करीब 2.91 लाख रुपये है।
मंदिर प्रशासन के मुख्य प्रशासक कृष्ण कुमार से भक्त के एक प्रतिनिधि ने मुलाकात की और परिसर में प्रबंध समिति के कुछ सदस्यों और अन्य अधिकारियों की मौज़ूदगी में बीते मंगलवार को यह गहने सौंपे।
उन्होंने बताया कि दानकर्ता ने नाम नहीं जाहिर करने का अनुरोध किया क्योंकि वह प्रचार नहीं चाहता। स्वर्ण आभूषणों में झोबा, श्रीमुख एवं पद्म शामिल हैं जो तीनों मूर्तियों के लिए है।
गहनों में भगवान बलभद्र के लिए 40 श्रीमुख पद्म और दो झोबा हैं, भगवान जगन्नाथ के लिए 53 श्रीमुख पद्म और दो झोबा तथा देवी सुभद्रा के लिए दो तडाकी और दो झोबा शामिल हैं। मंदिर प्रशासन ने इन गहनों को कड़ी सुरक्षा के बीच मंदिर कार्यालय के कोषागार में रखा है।