Edited By Niyati Bhandari,Updated: 12 Jul, 2019 11:31 AM
आज देवशयनी एकादशी है, इसे हरिशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन श्रीहरि 4 महीने के लिए शयन करने चले जाते हैं।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
आज देवशयनी एकादशी है, इसे हरिशयनी एकादशी के नाम से भी जाना जाता है क्योंकि इस दिन श्रीहरि 4 महीने के लिए शयन करने चले जाते हैं। फिर कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी (जो 8 नवंबर, शुक्रवार को पड़ रही है) पर निद्रा से जगेंगे। इसे देवप्रबोधिनी और देवउठानी एकादशी कहा जाता है।
आज 3 शुभ योगों का संगम होने वाला है। जो इस मंगलमय दिन का महत्व और भी बढ़ा देता है। पहला सबसे बड़ा संयोग हरिशयनी एकादशी शुक्रवार को आई है, ये देवी लक्ष्मी का प्रिय दिन है। देवशयनी के शुक्रवार से आरंभ करके देवप्रबोधिनी एकादशी शुक्रवार तक श्री हरि विष्णु और उनकी प्रिया लक्ष्मी जी की पूजा करने से घर में सुख-संपत्ति आएगी।
दूसरा सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है, जो दोपहर 3:57 से शुरु होगा और 13 जुलाई की सुबह तक रहेगा। इस योग में किए गए व्रत-पूजा, दान और धार्मिक काम बहुत शुभफलदायी होते हैं।
तीसरा सर्वार्थ सिद्धि योग के साथ-साथ रवि योग भी बन रहा है। इस योग पर भगवान सूर्य का आशीर्वाद हमेशा बना रहता है। इस योग में कोई भी शुभ काम किया जा सकता है। जिन लोगों पर कर्ज का बोझ है या आर्थिक तंगी से परेशान हैं, वे इस समय के दौरान लक्ष्मी नारायण की पूजा करें। इसके अतिरिक्त इस दौरान करवाई गई शल्य चिकित्सा और उपचार भी लाभ देता है।