Edited By Jyoti,Updated: 06 Jul, 2018 11:50 AM
शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग कई तरह के उपाय और पूजा-अर्चना करते हैं। जिस भी व्यक्ति पर इनकी कृपा हो जाती है वह रंक से राजा बन सकता है। लेकिन वहीं इनजिस किसी की कुंडली में साढ़ेसाती और ढैय्या होती है उसकी सफलता में कई तरह की रुकावटें आने लगती है।
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शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए लोग कई तरह के उपाय और पूजा-अर्चना करते हैं। जिस भी व्यक्ति पर इनकी कृपा हो जाती है वह रंक से राजा बन सकता है। लेकिन वहीं इनके क्रोधित होने पर व्यक्ति राजा से रंक बन भी सकता है। जिस किसी की कुंडली में साढ़ेसाती और ढैय्या होती है उसकी सफलता में कई तरह की रुकावटें आने लगती है। मान्यता है कि यदि शनिवार के दिन शनि देव को तेल चढ़ाया जाता है तो इनके प्रकोप से मुक्ति मिलती है। लेकिन क्या आपको पता है कि शनिवार के दिन तेल खरीदकर धीरे-धीरे मुसीबतों को न्यौता दे रहें हैं।
शनिदेव की कृपा को प्राप्त करने के लिए उनका दर्शन ही अति शुभफलदायी माना गया है। इन्हें खुश करने के लिए सरसों का तेल या काले तिल भी अर्पित किए जाते हैं। काफी लोग मंदिर के बाहर से ही तेल खरीद कर भगवान को चढ़ाते हैं। लेकिन यह बहुत गलत तरीका है। इससे शनि कृपा मिलने की बजाए वह रुष्ट भी हो सकते हैं। तो चलिए आज आपको इसके परिणामों के बारे में बताएंगे।
शनिवार सरसों का तेल नहीं खरीदना चाहिए। शास्त्रों के मुताबिक शनिवार के दिन तेल और काले तिलों का दान किया जाता है। इसलिए इस दिन ये चीजें खरीदना शुभ नहीं माना जाता। मंदिर के सामने दुकान लगाए बैठे लोगों से तेल या दीपक नहीं खरीदना चाहिए। भगवान के लिए तेल घर से लेकर आना चाहिए।
काले तिल कभी शनिवार को नहीं खरीदने चाहिए, एेसा करने से कार्यों में बाधा आती है। यह कार्य एक दिन पहले ही कर के रख लेना चाहिए।
शनिवार के दिन लोहे से बनी चीज़ भी नहीं खरीदनी चाहिए। जैसे कैंची इसे खरीदने पर रिश्तों में तनाव बढ़ते हैं।
चमड़े से बनी काले रंग की कोई भी बैग, पर्स, काले जूते यह सब शनिवार के दिन न खरीदें। इससे कार्य में असफलता प्राप्त होती है।
इस दिन नमक करीदने से कर्ज चढ़ता है। अगर नमक जरुरी भी हो तो एक दिन पहले या बाद में खरीद लेना चाहिए।
शनिवार को काली स्याही खरीदने से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में बाधा आती है।
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