Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Nov, 2017 10:47 AM
भारत में हिजड़ों को थर्ड जेंडर के तौर पर एक पहचान प्राप्त है। उन्हें वो सभी अधिकार प्राप्त हैं जो किसी भी भारतीय नागरिक को हैं। लोक मान्यता के अनुसार कहा जाता है की ब्रह्मा जी की छाया से किन्नर पैदा हुए हैं। यह भी कहा जाता है कि
भारत में हिजड़ों को थर्ड जेंडर के तौर पर एक पहचान प्राप्त है। उन्हें वो सभी अधिकार प्राप्त हैं जो किसी भी भारतीय नागरिक को हैं। लोक मान्यता के अनुसार कहा जाता है की ब्रह्मा जी की छाया से किन्नर पैदा हुए हैं। यह भी कहा जाता है कि अरिष्टा और कश्यप ऋषि से हिजड़ों का जन्म हुआ। किन्नरों की दुआएं किसी भी व्यक्ति के बुरे से हुरे समय को अच्छे से अच्छे समय में परिवर्तित करने की शक्ति रखती हैं। हिंदू शास्त्रों के अनुसार दान का बहुत महत्व है। किन्नरों को दिया गया दान शीघ्र फलीभूत होता है लेकिन उन्हें दान करने से पहले कुछ बातों का विशेष तौर पर ध्यान रखें अन्यथा भविष्य में संकटों का सामना करना पड़ेगा।
पुराने वस्त्र किसी जरूरतमंद को देने से राहु-केतु के अशुभ प्रभाव नष्ट होते हैं लेकिन किन्नरों को कभी भी अपनी उतरन भेंट न दें। ऐसा करने से आपके जीवन में अपशकुन का प्रभाव बढ़ेगा। उन्हें हमेशा नए और सुंदर वस्त्र तोहफे में दें जैसे आप स्वयं के लिए खरीदते हैं।
झाड़ू लगाने से अलक्ष्मी घर से बाहर जाती है और लक्ष्मी घर के अंदर आती हैं। किसी भी धार्मिक स्थल पर इसका दान करने से जीवन मंगलमय हो जाता है। कभी भी किन्नर को झाड़ू का दान न करें, इससे जीवन में अशुभता आती है। खासकर जीवन का आर्थिक पक्ष कमजोर होता है। घर में धन का ठहराव नहीं रहता।
किसी भी तरह के तेल पर शनि का अधिकार स्थापित है। सरसों का तेल शनि को बहुत प्रिय है। मंगलवार और शनिवार को इसका दान करने से शनि का आशीर्वाद बना रहता है। इसका दान किन्नर के अतिरिक्त किसी को भी किया जा सकता है। किन्नर को तेल देने से जीवन दरिद्रता की ओर अग्रसर होता है।