Edited By Jyoti,Updated: 20 Jun, 2019 05:56 PM
आजकल तो घर में कलह-कल्श होना बहुत आम हो चुका है। प्राचीन समय में दांपति में एक उग्र होता था तो दूसरा शांत होकर मामले को सुलझाने की कोशिश करता था परंतु आज के समय में किसी के पास इतना धैर्य नहीं कि कोई किसी की बात बर्दाश्त कर सके।
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आजकल तो घर में कलह-कल्श होना बहुत आम हो चुका है। प्राचीन समय में दांपति में एक उग्र होता था तो दूसरा शांत होकर मामले को सुलझाने की कोशिश करता था परंतु आज के समय में किसी के पास इतना धैर्य नहीं कि कोई किसी की बात बर्दाश्त कर सके। मगर आपको बता दें सिर्फ यही एक कारण नहीं जिससे घर में कलह-क्लेश होता है। ज्योतिष और वास्त में ऐसे कई और कारण बताएं हैं जिस कारण घर में लड़ाई-झगड़े होते हैं। कहते हैं कभी-कभी हम घर में कुछ ऐसी चीज़ें ले आते हैं जो घर में कलह बढ़ा देती हैं। इस सूची में कुछ लोग भी आते हैं जिनके आने से घर में क्लेश बढ़ जाता है। तो आइए कैसे अपने घर को इस सबसे बचाया जा सकता है।
घर में ज्यादातर हल्के और खूबसूरत रंगों का प्रयोग करना चाहिए।
लिविंग एरिया में हलके पीले, गुलाबी या हरे रंग का प्रयोग करना चाहिए।
रसोई में नारंगी रंग सबसे ज्यादा शुभ होता है।
बेड रूम में गुलाबी, बैगनी या हरे रंग के हलके शेड्स का प्रयोग करना चाहिए।
छत का रंग हर हाल में सफ़ेद ही होना चाहिए। यहां नीले या नीले रंग के शेड्स का कम से कम प्रयोग करें तो उत्तम होगा
अनुपयोगी चीज़ों को घर में बिल्कुल नहीं रखना चाहिए। कहा जाता है बासी खाना, अनुपयोगी जूते चप्पल रखना तरंगों को ख़राब कर देता है।
घर में प्रकाश और हवा का सही आवागमन रखना चाहिए।
इसके अलावा तेज़ ध्वनि का संगीत, चीखना चिल्लाना और अस्त व्यस्तता से भी घर की तरंगें ख़राब हो जाती हैं। इसके विपरीत घर में सुबह शाम पूजा उपासना से, सुगंध से और मंत्र जप आदि से घर की तरंगें बेहतर होती हैं।
सप्ताह में एक दिन घर में संयुक्त पूजा उपासना भी जरूर करें। इससे वातावरण अच्छा होता है।