Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Jan, 2018 02:06 PM
दौलत-शोहरत पाने की इच्छा लगभग हर किसी के मन में होती है, तभी तो अपने कार्य-व्यवसाय को बढ़ाने के लिए व्यक्ति हर संभव प्रयास करता है। मेहनत करने वाले की हर इच्छा धन की देवी महालक्ष्मी पूरी करती हैं। ज्योतिष विद्वान कहते हैं की मन भावन धन-प्रसिद्धि...
दौलत-शोहरत पाने की इच्छा लगभग हर किसी के मन में होती है, तभी तो अपने कार्य-व्यवसाय को बढ़ाने के लिए व्यक्ति हर संभव प्रयास करता है। मेहनत करने वाले की हर इच्छा धन की देवी महालक्ष्मी पूरी करती हैं। ज्योतिष विद्वान कहते हैं की मन भावन धन-प्रसिद्धि पाने के लिए ऐसे काम करें, जिससे मां लक्ष्मी प्रसन्न हों। आईए जानें कौन से हैं वो काम-
घर की लक्ष्मी को हर पूर्णिमा खीर बना कर मां लक्ष्मी को अर्पित करनी चाहिए। फिर सभी पारिवारिक सदस्यों को बांट कर स्वयं ग्रहण करनी चाहिए।
मां धन लक्ष्मी की पूजा अर्चना करने के लिए सच्चे मन से उनका सिमरण करें। प्रात: व संध्या के समय महालक्ष्मी मां के चित्र अथवा स्वरूप पर कुंमकुंम, अक्षत, गंध, फूल अर्पित करें और धूप जलाएं। लक्ष्मी जी की उपासना करने से पूर्व और शुक्रवार के दिन सादे-स्वच्छ श्वेत वस्त्र पहनें।
प्रतिदिन देवी लक्ष्मी के सामने घी का दीपक, गुलाब की सुगंध वाला इत्र और एक गुलाब का फूल अर्पित करने के बाद अपनी दिनचर्या का आरंभ करें।
संध्या के समय तीन बार शंख जरूर बजाएं।
रविवार और मंगलवार को नमक के बिना भोजन खाने से धन लक्ष्मी खुश होती हैं।
शनिवार की शाम को पीपल के नीचे दिया जलाकर गंगा जल की कुछ बूंदें और सादा पानी लोटा भर के पीपल के मूल में अर्पित कर देने से धन लक्ष्मी की कृपा प्राप्त होती है।
महाशिवरात्रि और निर्जला एकादशी के दिन जो जातक पानी ग्रहण नहीं करता धन लक्ष्मी मां स्वयं उस घर में पधारती हैं।
मां धन लक्ष्मी के स्वरूप, चित्र अथवा यंत्र पर कमलगट्टे की माला पहनाकर किसी भी तालाब अथवा नदी में विसर्जित करने से घर में निरंतर धन का आगमन बना रहता है।