Edited By Jyoti,Updated: 17 Oct, 2018 02:16 PM
वैसे तो नवरात्रों के नौ के नौ दिन हर कोई पूरे मन से देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करता है। लेकिन बहुत से एेेसे भी लोग होते हैं जो किसी न किसी कारण वश इन दिनों में भी देवी मां के आराधना नहीं कर पाते।
वैसे तो नवरात्रों के नौ के नौ दिन हर कोई पूरे मन से देवी दुर्गा की पूजा-अर्चना करता है। लेकिन बहुत से एेेसे भी लोग होते हैं जो किसी न किसी कारण वश इन दिनों में भी देवी मां के आराधना नहीं कर पाते। तो अगर आप भी उन लोगों में से हैं जो इस वर्ष के शारदीय नवरात्रों में मां को रिझाने का मौका गंवा चुके हैं, तो आपको बता दें अभी भी कुछ नहीं बिगड़ा। आज यानि 17 अक्टूबर को अष्टमी के दिन भी मां को प्रसन्न करके उनकी कृपा पाई जा सकती है। तो आइए जानते हैं इस दिन किए जाने वाले खास 5 उपाय, जो आपको मां का भरपूर आशीर्वाद दिला सकते हैं।
दीपक
अष्टमी वाले दिन तुलसी के चौरे के आस-पास 9 दीपक लगा कर उनसे घर की शांति, सुख, समृद्धि, सफलता और सौभाग्य की प्रार्थना करें।
लाल चुनरी में बांधे ये चीज़ें करें मां को अर्पित
इस दिन माता के मंदिर में जाकर लाल चुनरी में मखाने, बताशे और सिक्के रखकर मां की गोद भरें।
सुंदरकांड का पाठ
इस दिन सुदंरकांड का पाठ अवश्य करें। इससे मां बहुत प्रसन्न होती हैं।
कन्या पूजन
इतना तो सब जानते ही हैं कि इस दिन 9 कन्याओं का पूजन होता है। इसलिए इस दिन नौ कन्याओं का पूजन अवश्य करें। परंतु अगर एेसा करना संभव न हो तो किसी एक छोटी व प्यारी सी कन्या को लाल रंग की समस्त सुंदर-सुंदर सामग्री भेंट करें। इनमें खेल सामग्री, शिक्षा सामग्री, परिधान, श्रृंगार आदि सामग्री शामिल हो सकती है। फूल, फल, मिठाई और साथ में दक्षिणा अवश्य रखें।
सुहागिन स्त्री को भेंट
नवरात्र के अंतिम दिन यानि अष्टमी के दिन किसी सुहागिन स्त्री को चांदी की बिछिया, कुंकुं से भरी चांदी डिबिया, पायल, अंबे मां का चांदी का सिक्का और अन्य श्रृंगार सामग्री भेंट करें। इससे मां की विशेष कृपा प्राप्त होती है।