Edited By Lata,Updated: 11 Jul, 2019 06:07 PM
प्यार एक ऐसा शब्द है, जिसका नाम सुनकर ही मन में अपने पार्टनर की छवि बन जाती है।
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प्यार एक ऐसा शब्द है, जिसका नाम सुनकर ही मन में अपने पार्टनर की छवि बन जाती है। लेकिन अगर देखा जाए तो आज के समय लोगों को प्यार में धोखे के अलावा कुछ हासिल नहीं होता है। सामने वाले का सच्चा प्यार जानकर वह एक-दूसरे से शादी तो कर लेते हैं किंतु बाद में उनकी ज़िंदगी बर्बाद हो जाती है। परंतु क्या कभी किसी ने ये सोचा है कि ऐसा क्यों हुआ? कई बार इसके पीछे की वजह ग्रहों की खराब स्थिति भी हो सकती है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आपकी राशि ही मुख्यतः विश्वास और धोखे के बारे में बताती है। राहु कल्पना और भ्रम पैदा करता है और इसका ज्यादा प्रभाव होने से धोखे की संभावना बढ़ जाती है। आगे जानते हैं इससे बचने के लिए क्या करना चाहिए।
क्यों मिलता है धोखा
प्रेम के मामले में चतुर्थ,पंचम और सप्तम भाव बड़ी भूमिका निभाते हैं। इसके अलावा शुक्र और मंगल की स्थिति भी महत्वपूर्ण होती है। राहु की इसमें भूमिका हो तो प्रेम में धोखा मिलता ही है। बुध के कारण प्रेम भावनाओं से नहीं बुद्धि से होता है। कर्क, वृश्चिक और मीन राशि वालों को प्रेम में धोखा होने की संभावना ज्यादा होती है।
उपाय-
नित्य प्रातः सूर्य को जल अर्पित करें और इसके साथ ही गायत्री मंत्र का जाप करें। पूर्णिमा का उपवास रखें। किसी ज्योतिषीय से सलाह लेकर पन्ना या पुखराज धारण करें।
कुंडली के किस भाग से मिलता है धोखा
कहते हैं कि सातवें भाव या इसके स्वामी के साथ राहु का सम्बन्ध हो तो धोखा निश्चित होता है। शुक्र की ख़राब स्थिति भी विवाह में धोखा करवा सकती है। गुरु चांडाल योग में भी धोखा होने का योग होता है। जिनकी कुंडलियों में चन्द्रमा कमजोर हो उन्हें भी विवाह में धोखा मिल सकता है।
उपाय-
विवाह का निर्णय सोच समझकर ही लें और उससे पहले कुंडली में राहु और शुक्र की स्थिति पर विचार कर लें। ध्यान रहे कि विवाह सही मुहूर्त में ही हो। किसी विद्वान से सलाह लेकर एक पीला पुखराज धारण करें। नियमित रूप से देवी कवच का पाठ करें।