Edited By Niyati Bhandari,Updated: 20 Apr, 2019 12:48 PM
ईसाई धर्म के सबसे बड़े पर्वों में एक पर्व है ‘ईस्टर’। मान्यताओं के अनुसार गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी उसके अगले संडे को ईसा मसीह दोबारा जीवित हो गए थे। इस घटना को ही ‘ईस्टर संडे’ के रूप में मनाते हैं।
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ईसाई धर्म के सबसे बड़े पर्वों में एक पर्व है ‘ईस्टर’। मान्यताओं के अनुसार गुड फ्राइडे के तीसरे दिन यानी उसके अगले संडे को ईसा मसीह दोबारा जीवित हो गए थे। इस घटना को ही ‘ईस्टर संडे’ के रूप में मनाते हैं। ईसा मसीह अपने शिष्यों के लिए वापस आए और 40 दिनों तक उनके बीच जाकर उपदेश देते रहे। यह पर्व वसंत ऋतु में आता है। ईसाई धर्म की कुछ मान्यताओं के अनुसार ‘ईस्टर’ शब्द की उत्पत्ति ‘ईस्त्र’ शब्द से हुई है।
दिलचस्प परम्पराएं
ईस्टर की कई परम्पराएं बच्चों में विशेष रूप से लोकप्रिय हैं। ये परम्पराएं सदियों से चली आ रही हैं। माना जाता है कि अंडों की सजावट की परम्परा कम से कम 13वीं शताब्दी की है जबकि ‘ईस्टर परेड’ उससे भी पहले से हो रही है। कुछ अन्य परंपराएं जैसे कि ‘ईस्टर कैंडी’ आधुनिक दौर की परम्पराएं हैं।
रोचक तथ्य
क्या आप जानते हैं कि अब तक का सबसे बड़ा ‘ईस्टर अंडा’ 25 फुट ऊंचा और 3628 किलो से अधिक वजनी था। इसे चॉकलेट और मार्शमैलो (एक तरह की टॉफी) से बनाया गया था जिसके भीतर सहारे के लिए एक स्टील का फ्रेम था।
छुपाए हुए ‘ईस्टर अंडों’ की तलाश तथा अंडों को लुढ़काना इस उत्सव से जुड़ी दो लोकप्रिय परम्पराएं हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति निवास व्हाइट हाऊस में हर साल ईस्टर के अगले दिन यानी सोमवार को ‘ईस्टर एग रोल’ नामक एक रोमांचक दौड़ का आयोजन होता है जिसमें बच्चे ‘व्हाइट हाऊस’ के बगीचे में सजाए हुए उबले अंडों को लुढ़काते हैं।
‘व्हाइट हाऊस’ का पहला आधिकारिक ‘एग रोल’ 1878 में हुआ था जब रदरफोर्ड बी. हेस राष्ट्रपति थे।