Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Apr, 2018 01:02 PM
जन्मकुंडली का तीसरा भाव संचार व्यवस्था से संबंधित है। इस भाव में मंगल की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होती है अत: यह भाव जातक के साहस का भी प्रतिनिधि है। संचार व्यवस्था, टैलीफोन व मोबाइल फोन के कारक शुक्र और चंद्रमा हैं
जन्मकुंडली का तीसरा भाव संचार व्यवस्था से संबंधित है। इस भाव में मंगल की भूमिका सर्वाधिक महत्वपूर्ण होती है अत: यह भाव जातक के साहस का भी प्रतिनिधि है। संचार व्यवस्था, टैलीफोन व मोबाइल फोन के कारक शुक्र और चंद्रमा हैं एवं मंगल इसमें सहयोगी भूमिका निभाता है। संचार व्यवस्था में ‘मोबाइल फोन’ ने सर्वाधिक लोगों को प्रभावित किया है। मोबाइल फोन तीन स्तर पर कार्य करते हैं स्थानीय, रोमिंग तथा ग्लोबल। अगर चर राशियां तृतीय भाव से संबंध रखती हैं तथा भाग्य या लग्न भाव के स्वामी ग्रहों से इसका संबंध होता है तो जातक ‘मोबाइल फोन’ का उपयोग करता है या उसका स्वामी होता है। मेष, कर्क, तुला एवं मकर चर राशियां हैं, इनके स्वामी क्रमश: मंगल, चंद्रमा, शुक्र और शनि होते हैं। यही कारण है कि ‘मोबाइल फोन’ पर मंगल चंद्रमा व शुक्र का सर्वाधिक प्रभाव होता है।
मकर शनि की राशि है। शनि दीर्घकालीन प्रभाव देता है। शनि की कृपा व्यक्ति को सिंहासन प्रदान करती है। ग्लोबल मोबाइल पर शनि का सर्वाधिक प्रभाव होता है। स्थानीय स्तर पर चलने वाले मोबाइल चंद्र, शुक्र से और रोमिंग चंद्र, मंगल से प्रभावित होते हैं। जन्म कुंडली में शुक्र, मंगल का योग चर राशियों में हो तथा तृतीय भाव या इसके स्वामी ग्रह से इसका संबंध हो तो जातक हवाबाजी या शोमैनशिप शिप के लिए मोबाइल का उपयोग करता है।
चंद्रमा व मंगल का इस स्थिति में संबंध धन प्राप्ति या व्यापार के लिए मोबाइल का उपयोग दर्शाता है। चंद्र, शुक्र व शनि का सकारात्मक संबंध हो तथा तृतीय भाव इससे प्रभावित हो, भाग्य स्थान बलवान हो तो राजनीतिक कार्यों या बड़े व्यापार संबंध के लिए जातक ग्लोबल मोबाइल का उपयोग करता है।
मोबाइल फोन का उपयोग जातक क्यों करता है, इस पर भी भावों के स्वामी ग्रहों की स्थिति का गहरा प्रभाव पड़ता है। लग्र एवं पराक्रम भाव के स्वामी ग्रहों का संबंध हो तो जातक व्यक्तित्व को प्रभावित करने तथा निखारने के लिए इसका उपयोग करता है। इस योग में चंद्रमा व शुक्र भी सम्मिलित हो तो जातक बार-बार समूह में मोबाइल फोन निकालता है, सार्वजनिक स्थानों पर मोबाइल से फोन लगाता है या जोर-जोर से बात करता है।
लग्र, पंचम व पराक्रम भाव के स्वामी ग्रहों का संबंध हो या शुक्र, मंगल का इस पर प्रभाव हो तो जातक मनोरंजन, हवाबाजी या दिखाने के लिए मोबाइल का उपयोग करते हैं। यदि बुध इसमें निर्णायक भूमिका रखता हो तो जातक स्वयं अपने मोबाइल पर दूसरों से फोन करवाता है ताकि उसकी झांकी बनी रहे।
द्वितीय एवं एकादश भाव से पराक्रम भाव या उसके स्वामी ग्रह से संबंध हो तो जातक धनार्जन, व्यापार या धन संबंधित कार्य के लिए, चतुर्थ सेवा कार्यों के लिए मोबाइल का उपयोग होता है। नवम, दशम व पराक्रम भाव के स्वामी ग्रहों का संबंध प्रशासकीय या राजकार्य के लिए मोबाइल का उपयोग करवाते हैं।
छठा, आठवां एवं व्यय भाव त्रिक भाव कहलाते हैं। इन भावों के स्वामी ग्रह यदि तृतीय भाव से संबंध रखते हों तो जातक मोबाइल का दुरुपयोग करता है। अगर तृतीय व अष्टम भाव के स्वामी ग्रहों का संबंध हो तथा इस पर राहू या ग्रहण का प्रभाव हो तो जातक गुप्त युक्तियों या रहस्यपूर्ण कार्यों के लिए इसका उपयोग करता है। इस प्रकार का जातक यदि फोन का उपयोग करता है तो इससे ब्लैंक कॉल या दूसरों को डराने का कार्य भी कर सकता है यदि राहू बहुत खराब स्थिति में हो।
‘मोबाइल फोन’ का उपयोग आज के जीवन की एक आवश्यकता या सुविधा है। पराक्रम पर बृहस्पति या शनि का सकारात्मक प्रभाव है तो जातक के लिए यह सुविधा अत्यावश्यक है, वह इसका ईमानदारी से उपयोग भी करता है। नवम् व तृतीय भाव का संबंध तथा बृहस्पति की कृपा भाग्य से यह सुविधा दिलाती है चाहे इसकी आवश्यकता हो या न हो।
पराक्रम अर्थात तृतीय भाव के स्वामी ग्रह या तृतीय भाव से संबंधित ग्रह शुभ प्रभाव में हो तथा गोचर में ये ग्रह उत्तम स्थिति में हो तो मोबाइल फोन की उपयोगिता उपलब्धि दिलाती है। तृतीय भाव के स्वामी का भाग्य स्थान के स्वामी से संबंध हो, गोचर में दोनों भावों के स्वामी संबंध रखते हों तथा उत्तम स्थिति में हो तथा गोचर में चंद्रमा छठे, आठवें व व्यय भाव में न हो उस समय मोबाइल से लगातार शुभ सूचनाएं मिलती हैं।
जातक के लग्र या चंद्रमा से (इनमें जो भी बलवान हो) गोचर का चंद्रमा छठे, आठवें व व्यय भाव में गोचरस्थ हो तथा तृतीय भाव का स्वामी पाप प्रभाव में हो तो मोबाइल फोन उन दिनों परेशानियां उत्पन्न करता है। इस स्थिति में यदि तृतीय भाव का स्वामी राहू से प्रभावित हो तो जातक मोबाइल का स्विच ऑफ रखता है या कॉल रिसीव नहीं करता।
गोचर में तृतीय भाव का स्वामी, मंगल, शुक्र के प्रभाव में हो एवं चंद्रमा उत्तम स्थिति में हो तो जातक मोबाइल फोन काफी प्रसन्नता से उपयोग करते हैं। युवा प्रेमी इस स्थिति में काफी लम्बी बातचीत मोबाइल पर करते हैं।