Edited By Punjab Kesari,Updated: 25 Mar, 2018 11:48 AM
आलोच्य सप्ताह (28 मार्च से 3 अप्रैल तक) के दौरान कोई भी सितारा चूंकि न तो अपनी राशि बदलता है और न ही पोजीशन, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है, मगर इसके बावजूद यह सप्ताह महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि पिछले सप्ताह के आखिरी दिन...
आलोच्य सप्ताह (28 मार्च से 3 अप्रैल तक) के दौरान कोई भी सितारा चूंकि न तो अपनी राशि बदलता है और न ही पोजीशन, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है, मगर इसके बावजूद यह सप्ताह महत्वपूर्ण होगा, क्योंकि पिछले सप्ताह के आखिरी दिन बने ग्रह योग का प्रभाव इस समूचे सप्ताह में बना रहेगा। बीच में मंगल, सूर्य, बुध नक्षत्र पर अपनी स्थिति तथा यूरेनस नक्षत्र पर अपना चरण बदलता है, इसलिए बनते बाजार में उठा-पटक का सिलसिला भी बना रह सकता है। ध्यान देने वाला नुक्ता यह है कि 26 मार्च बाद दोपहर साढ़े तीन-पौने चार बजे के करीब बना रुख ही इस सप्ताह में बना रहेगा, इसलिए उस रुख को देखकर काम का प्रोग्राम बनाना सही रहेगा। इस सप्ताह में 29 मार्च, 2 तथा 3 अप्रैल खास दिन—वैसे 2 अप्रैल को मजबूती का रिएक्शन आ सकता है।
तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना, मेंथा, पिपरामैंट अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति इत्यादि में यदि 26 मार्च बाद दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद तेजी बनी रहे तो फिर आगे तेजी का काम करें। कॉटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में 26 मार्च बाद दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद मंदा बनने पर आगे मंदा का काम करें। शेयर मार्कीट में आमतौर पर तेजी रुख की पकड़ नजर आती है, फिर भी नोट करें कि इस तेजी रुख की निर्भरता 26 मार्च बाद दोपहर साढ़े तीन बजे के बाद या 27 मार्च को तेजी का झटका आने पर ही होगी—बीच में 2 अप्रैल मजबूती का रिएक्शन।
सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य पत्थरों, बहुमूल्य धातुओं में 26 मार्च बाद दोपहर अढ़ाई बजे के बाद जो रुख बना, ख्याल है कि वही रुख आगे चलता जाएगा—बीच में 2 अप्रैल घटा-बढ़ी एवं मजबूती का रिएक्शन आएगा। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में उठा-पटक के बीच किसी समय नर्मी तथा किसी समय मजबूती का रिएक्शन आते रहने की आशा। गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों, दालों इत्यादि में 26 मार्च बाद दोपहर अढ़ाई बजे के बाद यदि मंदा रुख बन गया होगा तो फिर इस सप्ताह में मंदा रुख बना रहेगा।