Edited By Niyati Bhandari,Updated: 25 Dec, 2020 02:06 AM
एकादशी व्रत सभी अनुष्ठानों में श्रेष्ठ है क्योंकि भगवान को एकादशी तिथि अति प्रिय है। शास्त्रों के अनुसार जंगल की आग जैसे सूखी और गीली सभी प्रकार की लकड़ियों को जलाकर राख कर देती है, वैसे ही
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Ekadashi Vrat 2020: एकादशी व्रत सभी अनुष्ठानों में श्रेष्ठ है क्योंकि भगवान को एकादशी तिथि अति प्रिय है। शास्त्रों के अनुसार जंगल की आग जैसे सूखी और गीली सभी प्रकार की लकड़ियों को जलाकर राख कर देती है, वैसे ही यह एकादशी व्रत सभी प्रकार के पापों और तापों को नष्ट करके जीव को सभी प्रकार के सुखों से युक्त करा देता है।
Do's and Don'ts on Ekadashi: क्या न करें- एकादशी व्रत में अन्न का सेवन नहीं करना चाहिए और चावलों का सेवन तो पूरी तरह से वर्जित है। कुछ लोग व्रत में फलाहारी अर्थात स्वांग के चावलों की खीर बना लेते हैं जो अनुचित है। किसी की भी निंदा चुगली न करें तथा न ही किसी का दिल दुखाएं।
How to keep Ekadashi vrat: व्रत में अवश्य करें- अपना समय हरिकथा में बिताएं, रात को मंदिर में दीपदान करें, प्रभु नाम संकीर्तन करते हुए रात्रि जागरण करें। इस दिन भगवान विष्णु जी का पूजन करें और श्री विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें। व्रत में प्रात: सूर्यदेव को जल चढ़ाएं और प्यासे लोगों को जल पिलाएं। गाय को चारा खिलाएं, पानी पिलाएं और गाय का आशीर्वाद पाने के लिए उसके मस्तक पर हाथ फेरें और उसे प्रेम से सहलाएं। इसके अतिरिक्त व्रत में अपनी क्षमता के अनुसार ब्राह्मणों को किसी भी वस्तु का दान दक्षिणा सहित अवश्य करें।