Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 May, 2022 08:16 AM
आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, इस रोज एकदन्त संकष्टी चतुर्थी मनाए जाने का विधान है। विघ्नहर्ता के निमित्त व्रत, पूजा-पाठ और कुछ उपाय करने से वे अन्य दिनों की अपेक्षा बहुत जल्दी प्रसन्न
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Ekdant Sankashti Chaturthi 2022: आज ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि है, इस रोज एकदन्त संकष्टी चतुर्थी मनाए जाने का विधान है। विघ्नहर्ता के निमित्त व्रत, पूजा-पाठ और कुछ उपाय करने से वे अन्य दिनों की अपेक्षा बहुत जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं। आज शाम सूर्यास्त से पहले गणेश जी के मंदिर जाएं और उन्हें उपहार में दें ये सामान, बनेगा हर बिगड़ा काम। यदि मंदिर जाना संभव न हो तो घर के मंदिर में भी गणेश जी को ये सामान अर्पित करने के बाद किसी ब्राह्मण को उपहार स्वरूप दे दें।
Ekdant Sankashti Chaturthi upay: सर्वप्रथम गणपति जी को लाल, हरे अथवा पीले रंग के सुंदर वस्त्र पहनाएं। दूर्वा का मुकुट सजाएं। गुलाब, गेंदे या सफेद फूलों से बनी माला पहनाएं। गुड़हल के लाल और पीले फूल बप्पा को बहुत प्रिय हैं। लाल रंग का सिंदूर उनके मस्तक पर लगाएं। अब उन्हें 4 मोदक या लड्डूओं का भोग लगाएं। साथ में केले अवश्य खिलाएं। ध्यान रखें गणेश जी को कभी भी एक केला अर्पित नहीं किया जाता। उन्हें हमेशा जोड़े में केले का भोग लगाएं। इसके अतिरिक्त सुपारी, साबुत हल्दी, लाल मौली का धागा और जनेऊ भी तोहफे में दिया जा सकता है।
Sankashti Chaturthi puja: विशेष: सारा परिवार मिलकर गणेश जी की कपूर से आरती करे। इसके अतिरिक्त शुद्ध देसी रूई से बनी गाय के घी की बत्ती का इस्तेमाल भी कर सकते हैं। आरती घड़ी की दिशा में लयबद्ध तरीके से करें।
Ekdant Sankashti Chaturthi shubh muhurat एकदन्त संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त: चतुर्थी तिथि का प्रारम्भ 18 मई 2022 को 11:36 पी एम से हो गया है। इसका समापन 19 मई 2022 को 08:23 पी एम पर होगा।