Edited By Lata,Updated: 16 Feb, 2019 05:13 PM
फेंगशुई का मतलब चीनी वास्तु शास्त्र से है। भारत में आजकल वास्तु का प्रचलन काफी हो चुका है और ठीक उसी तरह चीनी वास्तु यानि फेंगशुई भी काफी लोकप्रिय हो चुका है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
फेंगशुई का मतलब चीनी वास्तु शास्त्र से है। भारत में आजकल वास्तु का प्रचलन काफी हो चुका है और ठीक उसी तरह चीनी वास्तु यानि फेंगशुई भी काफी लोकप्रिय हो चुका है। इसे चीन की दार्शनिक जीवन शैली भी कहा जा सकता है जोकि ताओवादी धर्म पर आधारित है। कहते हैं कि अगर जीवन में कोई न कोई परेशानी चल रही हो तो फेंगशुई में बताए गए कुछ टिप्स को अगर अपना लिया जाए तो जीवन में चल रही हर परेशानियों से छुटकारा पाया जा सकता है। तो चलिए आज हम आपको बताएंगे फेंगशुई टिप्स के बारे में जिसका इस्तेमाल करके आप अपने जीवन में खुशहाली ला सकते हैं।
फेंगशुई के अनुसार एक की बजाए मछलियों के जोड़े को घर में लटकाना बहुत शुभ माना जाता है। इनके प्रभाव से घर में धन लाभ और नौकरी में प्रमोशन मिलता है।
कहते हैं लव बर्ड, मैंडरेन डक जैसे पक्षी प्रेम के प्रतीक हैं, इनकी छोटी मूर्तियों का जोड़ा अपने बेडरूम में रखने से दांपत्य जीवन खुशहाल रहेगा।
घर में खुशहाली बनाए रखने के लिए तीन हरे पौधे मिट्टी के बर्तनों में घर के अंदर पूर्व दिशा में रखने चाहिए। लेकिन इस बात का भी ध्यान रहे कि फेंगशुई में बोनसाई और कैक्टस को हानिकारक माना जाता है। तो इनका इस्तेमाल भूलकर भी नहीं करना चाहिए।
ऐसा माना जाता है कि अगर घर के पूर्वोत्तर कोण में तालाब या फव्वारा हो तो वह बहुत शुभ होता है। लेकिन इसके पानी का बहाव घर की ओर होना चाहिए न कि घर के बाहर की तरफ।
कहते हैं कि घर में हिंसक जावनर की तस्वीर कभी नहीं लगानी चाहिए। माना जाता है कि इससे घर में नेगेटिव एनर्जी आ सकती है।
फेंगशुई के अनुसार अगर घर के बाहर काला कछुआ, लाल पक्षी, सफ़ेद बाघ या हरा ड्रैगन हो तो घर में नेगेटिव एनर्जी प्रवेश नहीं कर पाती। लेकिन अगर कोई व्यक्ति इन्हें अपने घर के बाहर रखना चाहता हो तो काला कछुआ को उत्तर दिशा, लाल पक्षी को दक्षिण दिशा, सफ़ेद बाग को पश्चिम दिशा और हरे ड्रैगन को पूर्व दिशा में रखना चाहिए।
फेंगशुई के मुताबिक ऑफिस के कान्फ्रेंस हॉल में धातु की सुंदर मूर्ति रखना अच्छा माना जाता है।
जानें, कहीं आपके घर में भी तो इस जगह नहीं रखा शू रैक (VIDEO)