Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 Apr, 2020 06:05 AM
गंगा मईया मकर की सवारी करती हैं और अपने हाथों में कलश धारण करती हैं। ऐसा भी कहा जाता है की गंगा सप्तमी के दिन जो व्यक्ति गंगा स्नान करता है, उसके दस पापों का अंत होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
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Ganga Saptami 2020: गंगा मईया मकर की सवारी करती हैं और अपने हाथों में कलश धारण करती हैं। ऐसा भी कहा जाता है की गंगा सप्तमी के दिन जो व्यक्ति गंगा स्नान करता है, उसके दस पापों का अंत होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। लॉकडाउन के चलते आप गंगा स्नान के लिए तो दूर घर से बाहर भी नहीं जा सकते। ऐसे में जब कल गंगा सप्तमी पर सुबह आप स्नान करें तो नहाने की बाल्टी में कुछ बूंदें गंगा जल की डाल लें और इस विशेष मंत्र का जाप करें-
मंत्र: गं गंगायै हरवल्लभायै नमः॥
इस विधि से घर बैठे मिलेगा गंगा स्नान का लाभ।
गंगा सप्तमी के दिन देवी गंगा के विधिवत पूजन, व्रत, उपाय, दान और स्नान से सभी दुखों से मुक्ति मिलती है, रोगों का निवारण होता है व दुर्भाग्य दूर होता है।
सारा परिवार मिलकर ये विशेष पूजन करे: मध्यान काल में घर की उत्तर दिशा में लाल कपड़े पर जल का कलश स्थापित करें।
ॐ गंगायै नमः मंत्र का जाप करते हुए जल में थोड़ा सा दूध, रोली, अक्षत शक्कर, इत्र व शहद मिलाएं। इस विशेष मंत्र को 108 बार जपें। कलश में अशोक के 7 पत्ते डालकर उस पर नारियल रखकर पंचोपचार पूजन करें। शुद्ध घी का दीप करें, सुगंधित धूप करें, लाल कनेर के फूल चढ़ाएं, रक्त चंदन चढ़ाएं, सेब का फलाहार चढ़ाएं व गुड़ का भोग लगाएं। इसके बाद फल किसी गरीब को दे दें।