Edited By Jyoti,Updated: 17 Dec, 2018 06:11 PM
ज्योतिष के अनुसार 18 दिसंबर को हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार गीता जयंती मनाया जाता है। इस पर्व को श्रीमद्भगवत गीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है
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ज्योतिष के अनुसार 18 दिसंबर को हिंदू धर्म का सबसे महत्वपूर्ण त्योहार गीता जयंती मनाया जाता है। इस पर्व को श्रीमद्भगवत गीता के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन भगवान श्रीकृष्ण ने अपने विराट रूप में अर्जुन को गीता का ज्ञान दिया था। जिसके बाद इस दिन को गीता जंयती के तौर पर मनाया जाने लगा। बता दें कि ये पर्व शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को मनाया जाता है। इसलिए ही हिंदू धर्म में कहा गया है कि जो भी इस दिन श्रीमद्भगवत गीता का पाठ करता है उसे मार्गदर्शन मिलता है और तो और श्रीकृष्ण खुद उसकी हर मुसीबत से रक्षा करते हैं।
गीता जंयती का महत्व
हिंदू धर्म के शास्त्रों के अनुसार अब से करीब 5152 साल पहले कुरुक्षेत्र के युद्धक्षेत्र में श्रीमद्भगवत गीता का जन्म श्रीकृष्ण के श्रीमुख से हुआ था। आज भी गीता शरण में आने वाली मानवता के मार्ग को पूर्णता प्रदान करके श्रेष्ठ मार्ग की ओर चलाती हैं। इस परम पवित्र ग्रंथ में छोटे-छोटे अठारह अध्यायों में संचित ज्ञान मनुष्यमात्र के लिए अति बहुमूल्य हैं। जो कोई भी इसका अध्ययन करता हैं उसके जीवन में आमुलचूल परिवर्तन होने लगता हैं, पग पग पर उसे प्रकाश रूप मार्गदर्शन प्राप्त होता हैं।
मोक्ष की प्राप्ति
हिंदू धर्म में बताया गया है इस दिन यानि मार्गशीर्ष माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी तिथि को गीता जयंती के साथ मोक्षदा एकादशी भी मनाई जाती है। कहा जाता है कि इस दिन मोक्षदा एकादशी का व्रत करने वाले मनुष्य को मोक्ष प्राप्ति की प्राप्ति होती है।
पूजा विधि
मान्यताओं और ज्योतिष के अनुसार गीता जयंती के दिन सबसे पहले स्नान करने के बाद पूजा स्थल में पीले रंग के वस्त्र के आसन पर श्रीमद्भगवद गीता ग्रंथ को स्थापित करें, स्थापित करने के बाद हल्दी, कुमकुम, अक्षत, धुप दीप, सुगंधित ताजे पुष्पों से विधिवत पूजन करें। फिर भगवान श्रीकृष्ण के निमित्त नैवेद्य का भोग भी लगाएं। इसके बाद विधि विधान से पूजन करने के बाद शांत चित्त होकर श्रीमद्भगवत गीता का पाठ करें। पाठ पूरा करने के बाद यथा शक्ति अनुसार निर्धनों को दान करें, ऐसा करने से समस्त पापों से मुक्ति मिलती है और मनवांछित शुभ फलों की प्राप्ति होती है।
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