Edited By Punjab Kesari,Updated: 03 Aug, 2017 07:59 AM
हिंदू शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को महालक्ष्मी का रूप माना जाता है। हर घर में मां, बहन, पत्नी और बेटी के रूप में लक्ष्मी वास करती हैं। यदि वह खुश रहेंगी तो घर में सुख-संपदा बढ़ेगी। कुछ ही
हिंदू शास्त्रों के अनुसार महिलाओं को महालक्ष्मी का रूप माना जाता है। हर घर में मां, बहन, पत्नी और बेटी के रूप में लक्ष्मी वास करती हैं। यदि वह खुश रहेंगी तो घर में सुख-संपदा बढ़ेगी। कुछ ही दिनों में रक्षाबंधन का महापर्व आने वाला है। आपके घर की बहन और बेटी जो अब किसी दूसरे के घर की गृहलक्ष्मी हैं, वह राखी बांधने अपने मायके आएंगी। बहन से राखी बंधवाने के बाद भाई अपनी बहन को तोहफा देता है। ब्रह्मा की वाणी मनु स्मृति में स्वायंभुव मनु ने बताया है की तीन ऐसी चीजें हैं, जिन्हें घर की महिलाओं को देने से घर-परिवार में खुशहाली आती है। पुरुष सफलता की ओर अपने कदम बढ़ाते हैं और उन्हें शुभ लाभ की प्राप्ति होती है।
श्लोक- यत्र नार्यस्तु पूज्यते, रमन्ते तत्र देवताः।
वस्त्र
साफ और स्वच्छ स्थान पर लक्ष्मी का वास होता है और घर की महिलाएं लक्ष्मी का रूप होती हैं। घर के पुरूषों पर गृहस्थी को चलाने का उत्तरदायित्व होता है। यदि वो घर की पत्नी, माता, बेटी या बहन को अच्छे और सुंदर वस्त्र पहनाते हैं तो देवी लक्ष्मी अपनी कृपा बरसाती हैं। जो पुरूष ऐसा नहीं करते उन पर अलक्ष्मी अपना वर्चस्व स्थापित कर लेती हैं।
गहने
जिस घर की महिलाएं सुंदर गहनों से सजती-संवरती हैं। वह घर सदा वैभव संपन्न रहता है। त्यौहारों और विशेष मौको पर पुरूषों को घर की महिलाओं को गहने तोहफे में देते रहना चाहिए। महिलाओं के प्रसन्न रहने में ही परिवार और कुल की सुख-समृद्धि है।
मीठी वाणी
घर के पुरूष सदा महिलाओं को सत्कार और सम्मान देते हुए मीठी वाणी से उनसे बात करें। ऐसा करने से घर में श्रेष्ठ लोगों व देवताओं का वास होता है। जिस घर में स्त्रियां शोक व चिंताग्रस्त होती हैं, वह घर और कुल शीघ्र ही नष्ट हो जाता है और जहां महिलाएं निश्चिंत और सुखी रहती हैं, वह घर सदैव विकास करता रहता है।