Edited By Niyati Bhandari,Updated: 04 Feb, 2019 03:42 PM
कल 5 फरवरी से गुप्त नवरात्रि का पर्व आरम्भ होने जा रहा है। 10 दिनों तक मां के 10 स्वरूपों की गुप्त रुप से पूजा होगी। यदि आप वास्तु के अनुसार मां के स्वागत की तैयारी करेंगे तो पूजा का अधिक पुण्य प्राप्त होगा। रखें कुछ बातों का ध्यान-
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कल 5 फरवरी से गुप्त नवरात्रि का पर्व आरम्भ होने जा रहा है। 10 दिनों तक मां के 10 स्वरूपों की गुप्त रुप से पूजा होगी। यदि आप वास्तु के अनुसार मां के स्वागत की तैयारी करेंगे तो पूजा का अधिक पुण्य प्राप्त होगा। रखें कुछ बातों का ध्यान-
घर और पूजा के रूम को अच्छी तरह साफ करें।
मुख्य दरवाजे पर हल्दी और चूने से स्वस्तिक का निशान बनाएं। फिर पूजा के स्थान पर बनाएं। इससे घर में किसी भी तरह की नेगेटिव ऊर्जा प्रवेश नहीं कर पाएगी।
वास्तु विद्वान कहते हैं किसी भी घर का ईशान कोण सबसे शुभ होता है। इस स्थान पर सबसे अधिक सकारात्मक ऊर्जा होती है इसलिए इसे देवी- देवताओं का निवास स्थान कहा जा सकता है। मां की प्रतिमा अथवा फोटो की स्थापना इसी दिशा में करें।
चंदन की लकड़ी से बनी चौकी पर मां को विराजित करें। वास्तु विद्वान चंदन को बहुत शुभ मानते हैं, इससे घर में पॉजिटिव ऊर्जा बनी रहती है।
घर में सुख और शांति बनाए रखने के लिए अखंड ज्योत आग्नेय कोण में रखें।
पूजा के वक्त अपना मुंह पूर्व अथवा उत्तर दिशा की ओर ही रखें। मंत्र जाप भी पूर्व दिशा की ओर मुंह करके करें।
कलश स्थापना मां के दायीं तरफ करें।
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