Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Apr, 2020 06:35 AM
संध्या के समय दक्षिणमुखी हनुमान प्रतिमा के सामने शुद्ध होकर हनुमान जी के चमत्कारिक मंत्रों का जाप किया जाए तो यह अति शुभ फलदायी होता है। हनुमान जी की पूजा में हनुमत कवच मंत्र का जाप अवश्य करें।
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Hanuman Jayanti: संध्या के समय दक्षिणमुखी हनुमान प्रतिमा के सामने शुद्ध होकर हनुमान जी के चमत्कारिक मंत्रों का जाप किया जाए तो यह अति शुभ फलदायी होता है। हनुमान जी की पूजा में हनुमत कवच मंत्र का जाप अवश्य करें। हनुमत कवच मंत्र का जाप तुरंत फलदायी होता है। इससे उनका आशीर्वाद मिलता है।
राशि के अनुसार हनुमान जी के मंत्र
मेष: ओम सर्वदुख हराय नम:
वृषभ: ओम कपि सेनानायक नम:
मिथुन: ओम मनोजवाय नम:
कर्क: ओम लक्ष्मणप्राणदात्रे नम:
सिंह: ओम परशौर्य विनाशन नम:
कन्या: ओम पंचवक्त्र नम:
तुला: ओम सर्वग्रह विनाशी नम:
वृश्चिक: ओम सर्वबंधनविमोक्त्रे नम:
धनु: ओम चिरंजीविते नम:
मकर:ओम सुरार्चिते नम:
कुंभ: ओम वज्रकाय नम:
मीन: ओम कामरूपिणे नम:
उपाय
पैसों की तंगी से जूझ रहे हैं तो हनुमान जयंती के दिन पीपल के 11 पत्तों पर श्री राम का नाम लिखें। फिर उन्हें बजरंगबली के चरणों में चढ़ा दें।
हनुमान जी को विशेष पान का बीड़ा चढ़ाएं। इसमें सभी मुलायम चीजें डलवाएं, जैसे खोपरा बूरा, गुलकंद, बादाम कतरी आदि।
कच्ची घानी के तेल के दीपक में लौंग डाल कर हनुमान जी की आरती करें। संकट दूर होगा।
अगर धन-लाभ की स्थितियां बनने के बावजूद लाभ नहीं मिल रहा हो, तो हनुमान जयंती के दिन गोपी चंदन की नौ डलियां लेकर केले के वृक्ष पर टांग देनी चाहिएं। स्मरण रहे यह चंदन पीले धागे से ही बांधना है।
एक नारियल पर कामिया सिन्दूर, मौली, अक्षत चढ़ा कर पूजन करें। फिर हनुमान जी के मन्दिर में चढ़ा आएं।
पीपल के वृक्ष की जड़ में तेल का दीपक जला दें। फिर वापस घर आ जाएं एवं पीछे मुड़कर न देखें।