Edited By Niyati Bhandari,Updated: 15 Apr, 2022 09:49 AM
चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का आविर्भाव हुआ था। इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाए जाने का विधान है। राम भक्त हनुमान जी की कृपा पाने के लिए यह दिन सबसे उत्तम है। वर्ष 2022 में 16 अप्रैल को
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Hanuman Jayanti 2022: चैत्र महीने की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का आविर्भाव हुआ था। इस दिन को हनुमान जयंती के रूप में मनाए जाने का विधान है। राम भक्त हनुमान जी की कृपा पाने के लिए यह दिन सबसे उत्तम है। वर्ष 2022 में 16 अप्रैल को यह पर्व आ रहा है। इस दिन शनिवार होने से इस दिन का महत्व और भी बढ़ जाता है। पौराणिक मतानुसार शनिवार का दिन शनि देव को समर्पित है। इस दिन रूठे हुए शनि को मनाने के लिए विशेष पूजन कर्म करने का महत्व है। ज्योतिषशास्त्र के मतानुसार व्यक्ति की कुंडली में शनि की स्थिति काफी अधिक महत्वपूर्ण होती है।
शास्त्रों में ऐसा वर्णन आता है के शनि ग्रह को शांत करने के लिए हनुमान जी को प्रसन्न करना चाहिए। पौराणिक कथाओं के अनुसार हनुमान जी ने शनि देव का घमंड तोड़ा था तब शनि देव ने हनुमान जी को वचन दिया था के उनके भक्तों को वो कभी पीड़ा नहीं देंगे। अतः सभी क्रूर ग्रह हनुमान जी के आगे कभी टिक नहीं सकते। खास योग में कुछ उपाय करने से हनुमान जी की कृपा तो प्राप्त होगी साथ में शनिदेव की टेढ़ी नजर से भी बचाव होगा। एक दिन में राम भक्त और शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए करें ये काम-
हनुमान जयंती पर करे ये काम
हनुमान जी के मंदिर जाएं और उन्हें केसरी रंग का चोला चढ़ाएं। बूंदी के लड्डू का भोग लगाएं। उनके श्री विग्रह के सामने बैठकर हनुमान चालीसा का पाठ करें।
हनुमान जी के मंदिर में चमेली के तेल का दीया अर्पित करें और शनि देव के मंदिर में सरसों के तेल का दिया।
हनुमान जी को लौंग लगे मीठे पान का भोग लगाएं। शनि देव को तेल से बने भोज्य पदार्थ भोग लगाकर मेहनतकश मजदूरों और गरीबों में बांट दें।
सिर से 8 बार नारियल वारकर हनुमान जी के चरणों में रखें।
उड़द के दानों पर सिंदूर लगाकर हनुमान जी पर अर्पित करें।