Edited By Jyoti,Updated: 26 Mar, 2019 12:51 PM
पौराणिक कथाओं और ग्रंथों के अनुसार प्राचीन समय के कुछ ऐसे पात्र हैं, जिन्हें चिरंजीवी माना जाता है यानि अमर कहा जाता है। इन पात्रों में सबसे अहम है बजरंगबली। मान्यता है कि श्रीराम ने उन्हें पृथ्वी पर जीवों की रक्षा के लिए अमरता का वरदान दिया था।
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पौराणिक कथाओं और ग्रंथों के अनुसार प्राचीन समय के कुछ ऐसे पात्र हैं, जिन्हें चिरंजीवी माना जाता है यानि अमर कहा जाता है। इन पात्रों में सबसे अहम है बजरंगबली। मान्यता है कि श्रीराम ने उन्हें पृथ्वी पर जीवों की रक्षा के लिए अमरता का वरदान दिया था। कलियुग में चिंरजीवी हनुमान जी की साधना करनी सबसे ज्यादा लाभदायक होती है। ज्योतिष के अनुसार भोलेनाथ के बाद हनुमान जी जल्दी खुश होने वाले दूसरे देवता हैं। कहते हैं इनका नाम लेने से बड़े से बड़े संकट और परेशानियां दूर हो जाती हैं। अपनी राशि के अनुसार बजरंगी को प्रसन्न करने का मंत्र जानने के लिए आगे की स्लाइड क्लिक करें-
मेष-वृश्चिक
ज्योतिष के मुताबिक मेष और वृश्चिक राशि के स्वामी मंगल को माना जाता है। कहा जाता है कि इस राशि के जातकों को अपनी कुंडली में मंगल ग्रह को मज़बूत के लिए 'ॐ अं अंगारकाय नमः' मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके साथ बजरंगबली की कृपा प्राप्त करने के लिए निम्न मंत्र का जाप करना चाहिए।
मनोजवं मारुततुल्यवेगं, जितेन्द्रियं बुद्धिमतां वरिष्ठ।
वातात्मजं वानरयूथमुख्यं, श्रीरामदूतं शरणं प्रपद्ये॥
माना जाता है कि इस मंत्र के जप से सुख-समृद्धि और सेहत से जुड़ी मनोकामना पूरी होती हैं।
वृष-तुला
इन दोनों राशियों के स्वामी शुक्र हैं। इस राशि के जातक मारुतिनंदन की कृपा पाने पाने के लिए 'ॐ हं हनुमते नम:।' मंत्र का उच्चारण करें।
मिथुन-कन्या
मिथुन और कन्या राशि के स्वामी बुध हैं। इस राशि के लोग अपने संकटों से मुक्ति पाने के लिए सुंदरकांड का पाठ करें। अगर रोज़ाना पाठ करना संभव न हो तो इस मंत्र का रोज़ जाप करें।
''अतुलितबलधामं हेमशैलाभदेहं दनुजवनकृशानुं ज्ञानिनामग्रगण्यम्।
सकलगुणनिधानं वानराणामधीशं रघुपतिप्रियभक्तं वातजातं नमामि॥''
कर्क
इस राशि के स्वामी चन्द्रमा हैं, इन्हें अपने मनोबल में वृद्धि और आत्मविश्वास को कायम रखने के लिए रोज़ाना श्रद्धापूर्वक हनुमान गायत्री मंत्र का उच्चारण करना चाहिए। साथ हनुमान जी को सिंदूर का चोला चढ़ाएं।
ॐ अंजनिसुताय विद्महे वायुपुत्राय धीमहि तन्नो मारुति प्रचोदयात्।
सिंह
सिंह राशि के स्वामी सूर्य हैं। इस राशि के जातक को 'ॐ हं हनुमते रुद्रात्मकाय हुं फट।' मंत्र का जप करना चाहिए। इस मंत्र का जाप करने से शत्रुओं का नाश और और संकटों से बचाव होता है।
धनु-मीन
इन राशि के स्वामी गुरु माने जाते हैं। इन्हें परेशानियों से बचने और हर काम में सफलता पाने के लिए रोज़ बजरंगबाण का पाठ करें। साथ ही 'ॐ हं हनुमते नमः।' के दिव्य मंत्र का जप करें।
मकर-कुंभ
इस राशि के जातकों के स्वामी शनि महाराज हैं। तो जो लोग शनिदेव की कृपा पाना चाहते हैं 'ॐ नमो हनुमते रूद्रावताराय सर्वशत्रुसंहारणाय सर्वरोग हराय सर्ववशीकरणाय रामदूताय स्वाहा।' मंत्र का जाप करना चाहिए।
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