Edited By Lata,Updated: 27 Oct, 2019 09:02 AM
दीवाली का त्यौहार अर्थात खूब सारी शॉपिंग और मस्ती! घर को सजाने से लेकर दोस्तों से मिलने तक में कब दीवाली पूजा का
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दीवाली का त्यौहार अर्थात खूब सारी शॉपिंग और मस्ती! घर को सजाने से लेकर दोस्तों से मिलने तक में कब दीवाली पूजा का समय पास आ जाता है, पता ही नहीं चलता और यह सारी कवायद एक माह पहले से शुरू हो जाती है। सारे कामों की लिस्ट बनने लगती है कि कोई काम या शॉपिंग छूट न जाए, फिर भी कुछ काम हम हर दीवाली पर करना भूल जाते हैं। यदि आपके साथ भी कुछ ऐसा ही होता है तो इस बार ये काम भी कर के देखिए। यूं लगेगा मानो यह दीवाली जीवन की सबसे यादगार दीवाली थी और इसकी महक हर साल बढ़ती ही जाएगी, क्योंकि फिर ये सब आपकी रुटीन में शामिल जो हो जाएगा।
दीवाली पर खुशियां और प्यार बांटें
अपनों से मिल आएं भले ही आपको यह पढ़ कर अजीब लगेगा, क्योंकि यह तो ऐसा त्यौहार है, जिसमें हम अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के घर जाकर उन्हें तोहफे ही नहीं देते। बल्कि कई बार तो उनके साथ उस दिन कई घंटे भी बिताते हैं, परंतु यह सब तो हम अपने शहर में रह रहे लोगों के साथ करते हैं क्योंकि शाम को पूजा के समय अपने घर वापिस आना होता है। परिवार के वे लोग जो हमारी जिंदगी का अभिन्न हिस्सा हैं, जैसे माता-पिता, भाई-बहन या ऐसी संतान जिससे किसी बात पर मन-मुटाव हो गया हो और वे शहर से दूर रहते हों, तो यह दीवाली उनके साथ हो जाए क्योंकि उन्हें भी तो हर साल आपका इंतजार होगा।
करें खरीदारी
दीवाली के दिनों के लिए आपने कर्ई शॉपिंग आइडिया सोच रखे होंगे, क्योंकि शॉपिंग करने के लिए यह सबसे अच्छा वक्त माना जाता है। इस दौरान आप अपनी पसंदीदा चीजें तो खरीदते ही हैं, साथ ही आपको कई तरह की स्कीम और उपहार भी मिल जाते हैं तो इन दिनों आप अपने और बच्चों के लिए खूब सारी शॉपिंग कर सकती हैं।
घर को दें नया रूप
यही समय है, जब आप अपने घर को एक नया मेकओवर दे सकती हैं। यदि पर्दे पुराने हो गए हैं, तो उन्हें बदल कर नए लगाएं। घर की रैनोवेशन का सोच रही हैं, तो दीवारों पर नया पेंट करवाएं और घर को फूलों से सजा दें।
परिवार के साथ बिताएं समय
बेशक आपके बहुत सारे दोस्त हैं तथा उनके साथ वक्त का पता ही नहीं चलता, फिर भी यह मत भूलिए कि परिवार इन सबसे पहले आता है। सालभर आप चाहे जहां भी रहें परंतु दीवाली का दिन अपने परिवार के साथ ही मनाएं, यह एक ऐसी खुशी है, जो कहीं और नहीं मिलती है।
पटाखों का कम से कम उपयोग
यह तो हम जानते हैं कि प्रदूषण की वजह से हमारी धरती को कितना कुछ सहना पड़ रहा है। दीवाली दीपक जलाने और खुशियां बांटने का त्यौहार है न कि शोर-शराबे और धुएं का, सो इस दिन पटाखों से तौबा करते हुए धरती और पर्यावरण को भी खुशी देने का प्रयास करें।