Edited By Niyati Bhandari,Updated: 30 Mar, 2020 08:02 AM
आज 30 मार्च, सोमवार चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। कल सुबह 3:15 तक षष्ठी तिथि रहेगी तत्पश्चात सप्तमी तिथि शुरू हो जाएगी। ग्रह-नक्षत्रों की बात करें तो आज सभी काम बनाने वाला सर्वार्थसिद्धि योग
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आज 30 मार्च, सोमवार चैत्र शुक्ल पक्ष की षष्ठी तिथि है। कल सुबह 3:15 तक षष्ठी तिथि रहेगी तत्पश्चात सप्तमी तिथि शुरू हो जाएगी। ग्रह-नक्षत्रों की बात करें तो आज सभी काम बनाने वाला सर्वार्थसिद्धि योग रहेगा। आपके जो काम लंबे समय से अटके पड़े हैं, उन्हें आज पूरा किया जा सकता है। अपना आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
चैत्र नवरात्र का छठा दिन है, अत: मां नवदुर्गा के छठे रुप मां कात्यायनी की पूजा होगी। माता अपने भक्तों पर शीघ्र प्रसन्न होकर उनकी मनोकामनाएं पूर्ण करती है। ऋषि कात्यायन के घर जन्म लेने पर उनका नाम माता कात्यायनी पड़ा। इसके अतिरिक्त जिन कन्याओं के विवाह में देरी हो रही हो उन्हें नवरात्रि में माता कात्यायनी के मंत्र का जाप कर उनकी उपासना करनी चाहिए। इससे उनको मनवांछित वर की प्राप्ति होगी।
मंत्र: ॐ कात्यायनी महामाये महायोगिन्यधीश्वरि ! नंदगोपसुतम् देवि पतिम् मे कुरुते नम:।
कई लोग सदैव भय से घिरे रहते हैं। जरा सी बात पर कांपने लगते हैं और कोई भी निर्णय नहीं ले पाते तो ऐसे लोगों को नवरात्रि के छठे दिन माता कात्यायनी की पूजा करनी चाहिए। जिसके लिए सुबह शीघ्र उठकर स्नानादि कार्यों से निवृत होकर घी का दीपक प्रज्वलित कर 'ऊॅं ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डायै विच्चे। ऊॅं कात्यायनी देव्यै नम:' मंत्र का सुबह शाम जाप करना चाहिए। इसके बाद रात को सोते समय पीपल के पत्ते पर इस मंत्र को पीपल की लकड़ी की कलम बना कर केसर से लिखें और अपने तकिए के नीचे रखें। उसके बाद इसे सुबह माता के मंदिर में जाकर रख दें। ऐसा करने से भय से मुक्ति मिल जाएगी।