Edited By Niyati Bhandari,Updated: 31 Mar, 2020 09:59 AM
आज मार्च महीने का आखिरी दिन यानि 31 मार्च चैत्र शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। कल 1 अप्रैल की सुबह 3:50 तक सप्तमी तिथि रहेगी, फिर अष्टमी तिथि का आरंभ हो जाएगा। ग्रह-नक्षत्रों की बात करें तो
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आज मार्च महीने का आखिरी दिन यानि 31 मार्च चैत्र शुक्ल पक्ष की सप्तमी तिथि है। कल 1 अप्रैल की सुबह 3:50 तक सप्तमी तिथि रहेगी, फिर अष्टमी तिथि का आरंभ हो जाएगा। ग्रह-नक्षत्रों की बात करें तो सायं 5:53 तक सौभाग्य योग रहेगा। ये योग हमेशा शुभ लाभ प्रदान करता है। इसके साथ-साथ शाम 6: 44 तक मृगशिरा नक्षत्र रहने वाला है। विद्वान इसका संबंध खैर के पेड़ से बताते हैं। जो जातक इस नक्षत्र में पैदा हुए होते हैं, उन्हें आज अवश्य इस वृक्ष की पूजा करनी चाहिए। अपना आज का राशिफल जानने के लिए यहां क्लिक करें।
नवदुर्गा की अराधना का आज सातवां दिन है। नवरात्र के दिनों में जब सप्तमी आती है तो उसे महासप्तमी भी कहा जाता है। वर्तमान समय में नवदुर्गा के के सातवें स्वरूप मां कालरात्रि की पूजा करने का विधान है। मां कालरात्रि का स्वरूप देखने में अत्यंत भयानक है लेकिन ये सदैव शुभ फल ही देने वाली हैं। इसी कारण इनका एक नाम ‘शुभंकरी’ भी है।
अत: इनसे भक्तों को किसी प्रकार भी भयभीत अथवा आतंकित होने की आवश्यकता नहीं है। नवरात्रि के सातवें दिन मां कालरात्रि की उपासना का विधान है। इस दिन साधक का मन ‘सहस्रार’ चक्र में स्थित रहता है। उसके लिए ब्रह्मांड की समस्त सिद्धियों का द्वार खुलने लगता है। इस चक्र में स्थित साधक का मन पूर्णत: मां कालरात्रि के स्वरूप में अवस्थित रहता है। उनके साक्षात्कार से मिलने वाले पुण्य का वह भागी हो जाता है। उसके समस्त पापों-विघ्नों का नाश हो जाता है। उसे अक्षय पुण्य लोकों की प्राप्ति होती है।