Edited By Punjab Kesari,Updated: 21 Aug, 2017 01:40 PM
एक संत महज एक धोती में शहरों और गांवों में घूमते रहते थे। एक दिन एक अमीर आदमी ने उनको एक सोने
एक संत महज एक धोती में शहरों और गांवों में घूमते रहते थे। एक दिन एक अमीर आदमी ने उनको एक सोने का पात्र भेंट किया। रात को संत किसी खंडहर में पनाह लेते थे। उस रात जब वह सोने की तैयारी कर रहे थे तो उन्होंने देखा कि एक व्यक्ति छुपकर उन्हें देख रहा है। संत समझ गए और पुकार कर कहा, ‘‘यह पात्र ले जाओ। तुम्हें यही चाहिए न।’’
वह तेजी से आया और उनके हाथ से पात्र लेकर भाग गया। संत चैन से सो गए। अगले दिन सुबह उनकी आंख खुली तो वह व्यक्ति पात्र लिए उनके सामने खड़ा था। संत ने आने का कारण पूछा, तो वह बोला, ‘‘मुझे भी उस दौलत का रास्ता दिखाएं, जो ऐसे पात्रों को खुद से दूर करने में जरा भी देर नहीं करती।’’