Edited By Niyati Bhandari,Updated: 29 May, 2018 12:48 PM
सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय हिंदू परंपरा में बहुत सारा ऐसा सामान है, जिसे शुभता का प्रतीक मान कर घर में रखा जाता है। वैसे ही फेंगशुई का एक महत्वपूर्ण अस्त्र है सिंगिंग बाउल यानि गाने वाला कटोरा। ये सात धातुओं सोना, चांदी, टीन, सीसा,...
सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिए भारतीय हिंदू परंपरा में बहुत सारा ऐसा सामान है, जिसे शुभता का प्रतीक मान कर घर में रखा जाता है। वैसे ही फेंगशुई का एक महत्वपूर्ण अस्त्र है सिंगिंग बाउल यानि गाने वाला कटोरा। ये सात धातुओं सोना, चांदी, टीन, सीसा, तांबा, लोहा और जस्ता से मिलकर बना है। ये ग्रहों का प्रतिनिधित्व भी करता है। इसे घर में रखने और हर रोज बजाने से फैमिली मेम्बर्स में प्यार और अपनापन हमेशा बना रहता है। कहते हैं ये जिस घर में होता है, वहां किसी देव स्थान के समान सकारात्मकता और पवित्रता रहती है, सुख-शांति और स्मृद्धि अपना बसेरा जमाए रखती है।
सिंगिंग बाउल एक कटोरे जैसा होता है, साथ में एक छोटी लकड़ी होती है, जिसे मुंगरी कहा जाता है। मुंगरी से कटोरी को मंद गति से बजाया जाता है। फिर धीरे-धीरे मुंगरी को दांये से बांये घुमाने पर अनोखी झनझनाहट से वातावरण में सकारात्मकता फैलनी शुरू हो जाती है। इसे बजाने वाले को और पास में बैठे व्यक्ति को सुकून मिलता है। जब हर रोज इसे यूज करेंगे तो इसकी मीठी ध्वनी से सारा वातावरण महकने लगेगा।
इसे यूज करने से पहले ध्यान रखें की इसे किसी कपड़े की गद्दी या कुशन पर रख कर बजाएं। इससे उसमें से निलकने वाली आवाज़ अधिक देर तक सुनाई देगी और हवा में घुली रहेगी।
व्यक्ति को होने वाली दुख, दरिद्रता, तकलीफ़ और पीड़ा का एकमात्र कारण है नकारात्मक ऊर्जा। चीनी मान्यता के अनुसार जिस घर में सिंगिंग बाउल हर रोज बजाया जाता है वहां नेगेटिव ऊर्जा नष्ट हो जाती है। घर में फैली ची एनर्जी शुद्ध होकर वातावरण को शांत और सौम्य बना देती है।