Edited By Jyoti,Updated: 20 Jul, 2019 01:22 PM
जैसे कि सब जानके हैं सावन का महीना शुरू हो चुका है। इस दौरान हर कोई बस एक ही काम में जुटा होता है, भोलेनाथ को प्रसन्न करने में। इस दौरान देश के विभिन्न मंदिरों में भी इस दौरान शिव भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
जैसे कि सब जानके हैं सावन का महीना शुरू हो चुका है। इस दौरान हर कोई बस एक ही काम में जुटा होता है, भोलेनाथ को प्रसन्न करने में। इस दौरान देश के विभिन्न मंदिरों में भी इस दौरान शिव भक्तों की भारी भीड़ देखने को मिलती है। कोई इनको अपने स्पेश्ल विधि पूजन से प्रसन्न करने की कोशिश करता तो कोई इनके भिन्न-भिन्न प्रकार के मंत्रों का उच्चारण कर इनकी कृपा पाने का प्रयास करता है। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार किसी भी देवता तो खुश करने का सबसे सरल उपाय या तो उनके मंत्रों का जप करना या फिर पूरी श्रद्धा से उनकी स्तुति का पाठ करना। मगर जब देवों के देव महादेव की बात आती है तो एक प्रश्न सबके मन में आता है कि इनकी तो अनेक स्तुति हैं, जिनका जाप कराना आप व्यक्ति के लिए करना आसान नहीं होता। तो ऐसे में किस तरह व कौन सी स्तुति का पाठ करना चाहिए, इसके बारे में हर कोई जानना चाहता है। आज हम आपकी इस समस्या का समाधान लेकर आएं हैं।
यूं तो शिव जी बहुत सी स्तुति हैं, मगर उनमें से एक ऐसी प्रार्थना स्तुति है जिसका जाप करना ज्यादा मुश्किल नहीं हैं। इसे कोई भी बड़ी सरलता से पढ़ सकता है। कहते हैं इसका जाप करने से भोलेनाथ की कृपा प्राप्त होती है और जीवन की सारी समस्याएं दूर हो जाती हैं।
ये हैं स्तुति-
आशुतोष सशांक शेखर चन्द्र मौली चिदंबरा ।
कोटि कोटि प्रणाम शम्भू कोटि नमन दिगम्बरा ।।
निर्विकार ओमकार अविनाशी तुम्ही देवाधि देव ।
जगत सर्जक प्रलय करता शिवम सत्यम सुंदरा ।।
निरंकार स्वरूप कालेश्वर महा योगीश्वरा ।
दयानिधि दानिश्वर जय जटाधार अभयंकरा ।।
शूल पानी त्रिशूल धारी औगड़ी बाघम्बरी ।
जय महेश त्रिलोचनाय विश्वनाथ विशम्भरा ।।
आशुतोष सशांक शेखर चन्द्र मौली चिदम्बरा।
कोटि कोटि प्रणाम संभु कोटि नमन दिगम्बरा।।
नाथ नागेश्वर हरो हर पाप साप अभिशाप तम ।
महादेव महान भोले सदा शिव शिव संकरा ।।
जगत पति अनुरकती भक्ति सदैव तेरे चरण हो।
क्षमा हो अपराध सब जय जयति जगदीश्वरा ।।
जनम जीवन जगत का संताप ताप मिटे सभी ।
ओम नमः शिवाय मन जपता रहे पञ्चाक्षरा ।।
आशुतोष सशांक शेखर चन्द्र मौली चिदम्बरा।
कोटि कोटि प्रणाम संभु कोटि नमन दिगम्बरा।।
मान्यताओं के अनुसार सावन में सुबह शिव पूजा में सबसे पहले इस स्तुति का जाप करने से भोलेनाथ की पूजा कभी व्यर्थ नहीं जाती और पूजा का दोगुना फल प्राप्त होता है। तो वहीं शिव मंदिर में जाकर शिव जी के समक्ष इस स्तुति का पाठ करने से कार्यों में आ रही रुकावटों को भोलेनाथ स्वयं दूर कर देते हैं और जीवन को सरल बनाते हैं।