Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 May, 2018 12:51 PM
आज बृहस्पतिवार, 11 मई की शाम 6:13 पर धरती के साक्षात भगवान सूर्य नारायण कृतिका नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। 25 मई की दोपहर 2 बजकर 21 मिनट तक यहीं पर वास करेंगे। इस नक्षत्र प्रवेश का विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वालों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा।
आज बृहस्पतिवार, 11 मई की शाम 6:13 पर धरती के साक्षात भगवान सूर्य नारायण कृतिका नक्षत्र में प्रवेश करेंगे। 25 मई की दोपहर 2 बजकर 21 मिनट तक यहीं पर वास करेंगे। इस नक्षत्र प्रवेश का विभिन्न नामाक्षर और नक्षत्र वालों पर अलग-अलग प्रभाव पड़ेगा। ज्योतिष विद्वानों के अनुसार, जब सूर्य देव एक नक्षत्र को छोड़ दूसरे नक्षत्र में प्रवेश करते हैं, उस वक्त के दौरान कुछ शुभ काम करने से अक्षय गुणा फल मिलते हैं। कृतिका नक्षत्र सूर्यदेव का ही नक्षत्र है, जो हर जातक के अंदर बुद्धि को जागृत करता है, जिससे उसकी मनःस्थिति और मनोबल में वृद्धि होती है। सूर्यदेव के प्रमुख तत्वों में एक अग्नि भी है। जो महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। अतः जब सूर्य कृतिका नक्षत्र में होते हैंं, उस समय में आग से संबंधित काम करना महालाभ देता है। इस अंतराल में यज्ञ, हवन और अनुष्ठान आदि कराएं।
जो जातक कृतिका, रोहिणी या मृगशिरा नक्षत्र में पैदा हुए हैं और जिनका नाम ‘अ’, ‘ई’, ‘उ’, ‘ए’, ‘व’ या ‘क’ अक्षर से शुरू होता है। उन लोगों को 25 मई तक आग से संबंध रखने वाली वस्तुओं जैसे बिजली, गैस-चूल्हा आदि के साथ सर्तकता से काम करना चाहिए। 25 मई तक प्रॉपर्टी से संबंधित कोई भी काम न करें।
जो जातक आर्द्रा, पुनर्वसु, पुष्य या आश्लेषा नक्षत्र में पैदा हुए हैं और जिनके नाम का पहला अक्षर ‘क’, ‘घ’, ‘ङ’, ‘छ’, ‘ह’ या ‘ड’ से शुरू होता है, उनके जीवन में 25 मई तक कुछ ठहराव आएगा। जिस वजह से हर काम में देरी होगी।
मघा, पूर्वाफाल्गुनी, उत्तराफाल्गुनी या हस्त नक्षत्र में पैदा हुए लोग अथवा ‘म’, ‘ट’, ‘प’ या ‘ठ’ से जिनके नाम का पहला अक्षर शुरू होता है। उनके कामों में मज़बूती आयेगी। 25 मई तक किए जाने वाले हर काम में दृढ़ता बनी रहेगी।
चित्रा, स्वाती या विशाखा नक्षत्र में जन्में लोग या जिनके नाम का पहला अक्षर ‘प’, ‘र’ या ‘त’ से शुरू होता है, उन्हें धन लाभ होगा। सुनहरी भविष्य के द्वार शाम 06:13 से खुलेंगे।
अनुराधा, ज्येष्ठा, मूल या पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र में जन्में जातक अथवा जिनका नाम ‘न’, ‘य’, ‘भ’, ‘ध’ और ‘फ’ अक्षर से आरंभ होता है, उनका लकी समय आज शाम से आरंभ होगा और 25 मई तक चलेगा। जिस भी काम में हाथ डालेंगे उम्मीद से अधिक लाभ प्राप्त होंगे।
उत्तराषाढ़ा, श्रवण या धनिष्ठा नक्षत्र में जन्में लोग अथवा जिनका नाम ‘भ’, ‘ज’, ‘ख’ या ‘ग’ से शुरू होता है। उनके घर का हैड आने वाले 15 दिनों तक टेंशन में रह सकता है। यदि आप खुद ही घर के मुखिया हैं, तो सावधान रहें।
शतभिषा, पूर्वाभाद्रपद, उत्तराभाद्रपद या रेवती नक्षत्र में जन्में लोग या जिनके नाम का आरंभ ‘ग’, ‘स’, ‘द’, ‘थ’, ‘झ’, ‘ञ’ या ‘च’ अक्षर से शुरू होता है, उन्हें 25 मई तक आर्थिक समस्याएं हो सकती हैं।
अश्विनी, भरणी या कृतिका नक्षत्र में जन्में लोग या जिनका नाम ‘च’, ‘ल, ‘अ’, ‘ई’, ‘उ’ या ‘ए’ से शुरू होता है, वह 25 मई तक स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से चिंतित रह सकते हैं।