Edited By ,Updated: 28 Oct, 2016 03:55 AM
कई बार कड़ी मेहनत करने के पश्चात भी व्यक्ति को सफलता प्राप्त नहीं होती। उसकी सफलता में भाग्य साथ नहीं देता। पुराने समय की कुछ परंपराअों को जीवन में अपनाने
कई बार कड़ी मेहनत करने के पश्चात भी व्यक्ति को सफलता प्राप्त नहीं होती। उसकी सफलता में भाग्य साथ नहीं देता। पुराने समय की कुछ परंपराअों को जीवन में अपनाने से भगवान विष्णु, माता लक्ष्मी अौर अन्य देवी-देवताअों की कृपा के साथ व्यक्ति का सोया हुआ भाग्य भी जाग जाता है। आइए जाने कुछ परंपराअों के बारे में-
* घर आए मेहमान को पीने के लिए ठंड़ा जल अवश्य दे। इससे राहु अौर कालसर्प दोष दूर होते हैं।
* देवी-देवताअों को प्रसन्न करने अौर कुडंली के दोषों को शांत करने के लिए घर के मंदिर में प्रतिमाअों अौर पूजन की साम्रगी को अच्छे से सजाकर रखें।
* सुबह उठकर अपने दोनों हाथों की हथेलियां देखनी चाहिए। माना जाता है कि इससे महालक्ष्मी, सरस्वती के साथ भगवान विष्णु की भी कृपा प्राप्त होती है।
* रसोईघर साफ-सुथरा न होने पर मंगल दोष में बढ़ौतरी होती है। इससे भूमि संबंधी कार्यो में नुक्सान अौर विवाह में विलंब होता है।
* पेड़-पौधों का अच्छे से ध्यान रखना चाहिए। इससे बुध, सूर्य, शुक्र अौर चंद्रमा के दोषों से मुक्ति मिलती है। इसके साथ ही तनाव भी दूर होता है।
* भूमि पर पैर रखने से दोष लगता है इसलिए सुबह पलंग से नीचे पांव रखने से पूर्व भूमि को प्रणाम करे। इसके साथ ही क्षमा याचना भी करें।
* माता- पिता अौर बुजुर्गों का अपमान न करें। इनके अपमान से घर की बरकत समाप्त हो जाती है। व्यक्ति का भाग्य भी साथ छोड़ देता है। माता-पिता अौर बुजुर्गों के आशीर्वाद से चिंताअों से मुक्ति मिलती है।
* समाज में मान-सम्मान की प्राप्ति अौर सूर्य से संबंधित दोषों से मुक्ति के लिए प्रतिदिन सूर्यदेव को जल अर्पित करें।