Edited By Punjab Kesari,Updated: 28 Dec, 2017 03:02 PM
माफी मांगने से कभी यह साबित नहीं होता कि हम गलत और वह सही है। माफी का असली मतलब है कि हममें रिश्ता निभाने की काबिलियत उससे ज्यादा है।
माफी मांगने से कभी यह साबित नहीं होता कि हम गलत और वह सही है। माफी का असली मतलब है कि हममें रिश्ता निभाने की काबिलियत उससे ज्यादा है।
प्रभु के साथ बना रिश्ता हमेशा साथ रहने वाला है। दुनियावी रिश्ते टूटने वाले हैं। प्रभु का भजन सिमरन करो। कष्टों से दूर रहोगे।
छोटे मन से कोई मनुष्य बड़ा नहीं होता और टूटे मन से कोई खड़ा नहीं होता। —अटल बिहारी वाजपेयी
एक अच्छा शिक्षक उस दीपक की तरह होता है जो दूसरों का जीवन आलोकित करने के लिए स्वयं जलता है।
मां स्वयं भूखी रहती है पर अपने बच्चे को भूखा नहीं रहने देती। उसकी गलतियों को अपने आंचल में छुपा लेती है। अच्छे संस्कार देकर उसे खुश रखती है। —डा. सुमीर पारेख
प्रभु का भजन करने वाला सदैव सुखी रहता है। प्रभु सबकी प्रार्थना सुनते हैं और सब भक्तों को एक ही नजर से देखते हैं। —संत सुभाष शास्त्री
इस संसार में हमारे तो भगवान ही जीवन हैं, भगवान ही प्राण हैं। प्रभु भक्त के अंदर हैं और भक्त भगवान के अंदर है।
मन ने सबको बांध कर रखा है। मन को बांधना आसान नहीं है। मन की मार बड़ी जबरदस्त है। इसके सामने कोई नहीं टिक सकता।
विश्वरूपी वृक्ष जो है उसकी जड़ परमात्मा ही हैं। यह जीवन के श्वास जो हमें मिले हैं परमात्मा के ही दिए हुए हैं।
मौन एक साधना है, किंतु सोच-समझ कर बोलना एक कला है।
जिस घर में प्रेम होता है, वहां सफलता और धन स्वयं चलकर आते हैं।
तीन चीजें अगर चली गईं तो कभी वापस नहीं आतीं-समय, शब्द और अवसर।
सुंदरता की तलाश में चाहे हम सारी दुनिया का चक्कर लगा आएं, लेकिन अगर वह हमारे अंदर नहीं है तो कहीं नहीं।
जब तक ‘सत्य’ घर से बाहर निकलता है, तब तक ‘झूठ’ आधी दुनिया घूम लेता है।
माफी मांगने से कभी यह साबित नहीं होता कि हम गलत और वह सही है। माफी का असली मतलब है कि हममें रिश्ता निभाने की काबिलियत उससे ज्यादा है। —जगजीत सिंह भाटिया, नूरपुर बेदी (रोपड़)