Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 Mar, 2019 01:57 PM
आज पूरे विश्व में ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ बड़े जोश से मनाया जा रहा है। दिन-ब-दिन सामाजिक कदरों कीमतों में आ रही गिरावट को रोकने के लिए व औरत वर्ग को सामाजिक ढांचे में फैल रही कुरीतियों और
ये नहीं देखा तो क्या देखा (Video)
आज पूरे विश्व में ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ बड़े जोश से मनाया जा रहा है। दिन-ब-दिन सामाजिक कदरों कीमतों में आ रही गिरावट को रोकने के लिए व औरत वर्ग को सामाजिक ढांचे में फैल रही कुरीतियों और बुराईयों के साथ मुकाबला करने को उत्साहित करने के उद्देश्य से महिलाओं को अधिकारों के बारे में अवगत करवाने के लिए आज का दिन सेलिब्रेट किया जाता है। इस साल औरत वर्ग को समय का साथी बनाने के लिए ‘अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस’ का विषय ‘बैलेंस आफ बैटर’ चुना गया है। पहली बार महिला वर्ग को उत्साहित करने के लिए 28 फरवरी 1909 महिला दिवस सैलीब्रेट किया गया।
ऐसी औरत खोल देती है किस्मत के दरवाजे
सोशलिशट पार्टी आफ अमरीका ने न्यूयार्क में गारमैंट्स महिला वर्करों की मांगें पूरी करने के लिए काम का बोझ कम करने और सम्मान देने के लिए 28 फरवरी का चुनाव किया।
रूसी महिलाओं ने 28 फरवरी को पहले विश्व युद्ध का विरोध कर महिला दिवस मना कर किया परन्तु रूस ने 8 मार्च 1917 को राष्ट्रीय छुट्टी घोषित की।
इस दिन ही भारत के साथ अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महिला दिवस मनाया जाने लगा। मॉडर्न युग में औरतों ने हर क्षेत्र में सफलता के झंडे गाड़े हैं और पुरूषों के कंधे से कंधा मिला कर चल रही हैं।
महिला दिवस के मौके पर चाहे सरकार की तरफ से लाखों रुपए खर्च कर महिलाओं को अधिकारों के बारे में जागरुक करने के लिए सैमीनार करवाए जाते हैं लेकिन क्या सच में आज भी महिलाएं इंडिपेंडेंट हैं ?
कैसे पराई महिला को करें वश में !