जन्माष्टमी 2020: कई सालों की तपस्या नहीं बल्कि कुछ ही मिनट में कर सकेंगे श्री कृष्ण को प्रसन्न

Edited By Jyoti,Updated: 09 Aug, 2020 06:04 PM

janmashtami 2020

अगर प्राचीन समय की बात करें तो साधु संत भगवन को प्रसन्न करने के लिए कठिन तप किया करते थे।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
अगर प्राचीन समय की बात करें तो साधु संत भगवन को प्रसन्न करने के लिए कठिन तप किया करते थे। ये तप करने में कोई 1-2 दिन नहीं बल्कि वर्ष के वर्ष बीत जाते थे। तब की मान्यताओं के अनुसार कठिन तपस्या करके तथा भगवान को प्रसन्न कर साधु संत अपनी मनोकामनाएं पूर्ण करवा लेते थे। मगर अगर आज की बात करें तो कलियुग में किसी के पास इतना समय नहीं है, और न ही किसी को इतना जानकारी है कि आखिर ये तप है क्या। ऐसे में हर कोई यही चाहता है कि भगवान प्रसन्न तो हो जाएं लेकिन उसके लिए अधिक मेहनत न करनी पड़े। को आपको बता दें आपकी इस कामना को पूरा करने का भी एक माध्यम है। जी हां, शास्त्रों में देवी-देवताओं से जुड़ी ऐसी बहुत से जानकारी दी है, जिससे जानने के बाद आप बड़ी आसानी से भगवान को प्रसन्न कर सकते हैं।
PunjabKesari, Janmashtami 2020, जन्माष्टमी, Janmashtami, जन्माष्टमी 2020, Sri Krishna, श्री कृष्ण, Sri Krishna mantra, Sri krishna Chalisa, mantra bhajan Aarti, vedic mantra in hindi
चूंकि जन्माष्टमी का पर्व आ रहा है, इसलिए हम आपको बता रहे हैं श्री कृष्ण के एक ऐसे चालीसा पाठ के बारें में जिसके पढ़ने के बाद आपको बड़ी ही आसानी से श्री कृष्ण की कृपा पा सकते हैं। बता दें खुशी, संतान, नौकरी, प्रेम,यश, सुख, समृद्धि, धन-वैभव, पराक्रम, सफलता जैसे 10 बड़े आशीष पाने हैं के लिए निम्न कृष्ण चालीसा का पाठ किया जा सकता है। 

कृष्ण चालीसा 
बंशी शोभित कर मधुर, नील जलद तन श्याम।
अरुणअधरजनु बिम्बफल, नयनकमलअभिराम॥

पूर्ण इन्द्र, अरविन्द मुख, पीताम्बर शुभ साज।
जय मनमोहन मदन छवि, कृष्णचन्द्र महाराज॥

जय यदुनंदन जय जगवंदन।
जय वसुदेव देवकी नन्दन॥
जय यशुदा सुत नन्द दुलारे।
जय प्रभु भक्तन के दृग तारे॥
जय नट-नागर, नाग नथइया॥
कृष्ण कन्हइया धेनु चरइया॥
पुनि नख पर प्रभु गिरिवर धारो।
आओ दीनन कष्ट निवारो॥
वंशी मधुर अधर धरि टेरौ।
होवे पूर्ण विनय यह मेरौ॥
आओ हरि पुनि माखन चाखो।
आज लाज भारत की राखो॥
गोल कपोल, चिबुक अरुणारे।
मृदु मुस्कान मोहिनी डारे॥
राजित राजिव नयन विशाला।
मोर मुकुट वैजन्तीमाला॥
कुंडल श्रवण, पीत पट आछे।
कटि किंकिणी काछनी काछे॥
नील जलज सुन्दर तनु सोहे।
छबि लखि, सुर नर मुनिमन मोहे॥
मस्तक तिलक, अलक घुंघराले।
PunjabKesari, Janmashtami 2020, जन्माष्टमी, Janmashtami, जन्माष्टमी 2020, Sri Krishna, श्री कृष्ण, Sri Krishna mantra, Sri krishna Chalisa, mantra bhajan Aarti, vedic mantra in hindi
आओ कृष्ण बांसुरी वाले॥
करि पय पान, पूतनहि तार्‌यो।
अका बका कागासुर मार्‌यो॥
मधुवन जलत अगिन जब ज्वाला।
भै शीतल लखतहिं नंदलाला॥
सुरपति जब ब्रज चढ़्‌यो रिसाई।
मूसर धार वारि वर्षाई॥
लगत लगत व्रज चहन बहायो।
गोवर्धन नख धारि बचायो॥
लखि यसुदा मन भ्रम अधिकाई।
मुख मंह चौदह भुवन दिखाई॥
दुष्ट कंस अति उधम मचायो॥
कोटि कमल जब फूल मंगायो॥
नाथि कालियहिं तब तुम लीन्हें।
चरण चिह्न दै निर्भय कीन्हें॥
करि गोपिन संग रास विलासा।
सबकी पूरण करी अभिलाषा॥
केतिक महा असुर संहार्‌यो।
कंसहि केस पकड़ि दै मार्‌यो॥
मात-पिता की बन्दि छुड़ाई।
उग्रसेन कहं राज दिलाई॥
महि से मृतक छहों सुत लायो।
मातु देवकी शोक मिटायो॥
भौमासुर मुर दैत्य संहारी।
लाये षट दश सहसकुमारी॥
दै भीमहिं तृण चीर सहारा।
जरासिंधु राक्षस कहं मारा॥
असुर बकासुर आदिक मार्‌यो।
भक्तन के तब कष्ट निवार्‌यो॥
दीन सुदामा के दुख टार्‌यो।
तंदुल तीन मूंठ मुख डार्‌यो॥
प्रेम के साग विदुर घर मांगे।
दुर्योधन के मेवा त्यागे॥
लखी प्रेम की महिमा भारी।
ऐसे श्याम दीन हितकारी॥
भारत के पारथ रथ हांके।
लिये चक्र कर नहिं बल थाके॥
निज गीता के ज्ञान सुनाए।
भक्तन हृदय सुधा वर्षाए॥
मीरा थी ऐसी मतवाली।
विष पी गई बजाकर ताली॥
राना भेजा सांप पिटारी।
शालीग्राम बने बनवारी॥
निज माया तुम विधिहिं दिखायो।
उर ते संशय सकल मिटायो॥
तब शत निन्दा करि तत्काला।
जीवन मुक्त भयो शिशुपाला॥
जबहिं द्रौपदी टेर लगाई।
दीनानाथ लाज अब जाई॥
तुरतहि वसन बने नंदलाला।
बढ़े चीर भै अरि मुंह काला॥
अस अनाथ के नाथ कन्हइया।
डूबत भंवर बचावइ नइया॥
'सुन्दरदास' आस उर धारी।
दया दृष्टि कीजै बनवारी॥
नाथ सकल मम कुमति निवारो।
क्षमहु बेगि अपराध हमारो॥
खोलो पट अब दर्शन दीजै।
बोलो कृष्ण कन्हइया की जै॥
PunjabKesari, Janmashtami 2020, जन्माष्टमी, Janmashtami, जन्माष्टमी 2020, Sri Krishna, श्री कृष्ण, Sri Krishna mantra, Sri krishna Chalisa, mantra bhajan Aarti, vedic mantra in hindi
दोहा
यह चालीसा कृष्ण का, पाठ करै उर धारि।
अष्ट सिद्धि नवनिधि फल, लहै पदारथ चारि॥

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!