Edited By Lata,Updated: 03 Feb, 2020 02:10 PM
एकादशी का व्रत बहुत ही खास होता है और ये हर महीने में दो बार रखा जाता है। इस बार एकादशी
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
एकादशी का व्रत बहुत ही खास होता है और ये हर महीने में दो बार रखा जाता है। इस बार एकादशी 05 फरवरी को रखा जाएगा, जिसका नाम जया एकादशी है। इस दिन व्रत करने से व्यक्ति को भाग्य का साथ मिलता है। शास्त्रों के अनुसार इस व्रत का बहुत महत्व होता है। कहते हैं कि जो कोई व्यक्ति एकादशी का व्रत रखता है, उसके सारे पाप दूर हो जाते हैं। चलिए आगे जानते हैं इस दिन क्या करना चाहिए।
एकादशी पूजा
इस दिन भगवान विष्णु के लिए व्रत किया जाता है। भगवान विष्णु के साथ लक्ष्मी का पूजन करें और गोमती चक्र और पीली कौड़ी भी पूजा में रखें।
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भगवान विष्ण़ु को पीले फूल अर्पित करें और घी में हल्दी मिलाकर विष्ण़ु जी को दीपक लगाएं। दीपक लगाने के बाद भगवान विष्णु को केले या फिर केसर से बनी मिठाई रखकर भगवान को चढ़ायें। पूजा समाप्त होने के बाद भगवान का प्रसाद सभी में बांटकर खुद भी खाएं।
करें ये काम
जया एकादशी व्रत के दिन पवित्र मन से भगवान विष्णु की पूजा करें।
इस दिन मन में द्वेष, छल-कपट, काम और वासना की भावना नहीं लानी चाहिए। नारायण स्तोत्र एवं विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें। इसके साथ ही नीचे दिए गए मंत्र का जाप करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं और व्यक्ति का भाग्य जाग जाता है।
हरे कृष्ण हरे कृष्ण कृष्ण कृष्ण हरे हरे।
हरे राम हरे राम राम राम हरे हरे।।
जो लोग इस एकादशी का व्रत रखते हैं उन्हें दशमी तिथि को एक समय आहार करना चाहिए।
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एकादशी के दिन श्री विष्णु का ध्यान करके संकल्प करें और फिर धूप, दीप, चंदन, फल, तिल, एवं पंचामृत से विष्णु की पूजा करें।