जितिया व्रत आज: शुभ मुहूर्त व सही विधि से करें पूजन, मिलेगा पुत्र प्राप्ति का वरदान

Edited By Jyoti,Updated: 22 Sep, 2019 08:04 AM

jitiya vrat shubh muhurt and pujan vidhi

आज यानि 22 सितबंर को देश के विभिन्न हिस्सों में जितिया व्रत मनाया जाएगा। कुछ मान्यताओं के अनुसार इस जीवित्पुत्रिका व्रत के नाम से भी जाना जाता है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
आज यानि 22 सितबंर को देश के विभिन्न हिस्सों में जितिया व्रत मनाया जाएगा। कुछ मान्यताओं के अनुसार इस जीवित्पुत्रिका व्रत के नाम से भी जाना जाता है। बता दें धार्मिक किंवदंतियों के मुताबिक जितिया नामक ये व्रत खासतौर पर संतान प्राप्ति व संतान की मंगलकामना तथा लंबी उम्र के लिए किया जाता है। आमतौर पर ये व्रत हर वर्ष कुल तीन दिन मनाया जाता है। जिसमें से दूसरे दिन महिलाएं पुत्र की सकुशलता की कामना करते हुए निर्जला व्रत करती हैं। निर्जला व्रत से मतलब है कि पूरा दिन कुछ खाना पीना तो दूर बल्कि जल की एक बूंद भी हलक तक नहीं पहुंचनी चाहिए। विशेषकर यह व्रत उत्तर प्रदेश और बिहार में किया जाता है। इस बार ज्योतिष विद्ववानों के बीच व्रत करने की तिथि को लेकर भेदभाव दिखाई दे है। तो आइए आपको बताते हैं जितिया व्रत की तारीख-
PunjabKesari, Jitiya Vrat, Jitiya Vrat Shubh Muhurt, Jitiya Vrat Pujan vidhi, जितिया व्रत, जीवित्पुत्रिका व्रत, Jivatputrika vrat
पंचांग के अनुसार प्रत्येक वर्ष यह व्रत अश्विन माह कृष्ण पक्ष की सप्तमी से नवमी तक किया जाता है। इस वर्ष व्रत को लेकर अलग-अलग धारणाएं बन रही हैं। बनारस पंचांग के अनुसार 22 सितंबर को व्रत रखा जाएगा, वहीं विश्वविद्यालय पंचांग के अनुसार 21 सितंबर को व्रत रखा जाएगा। तो वहीं ज्योतिषशास्त्र के अनुसार व्रत का समय 21 से 23 सितंबर तक है और व्रत का श्रेष्ठ दिन अष्टमी 22 सितंबर का बताया जा रहा है।
PunjabKesari, Jitiya Vrat, Jitiya Vrat Shubh Muhurt, Jitiya Vrat Pujan vidhi, जितिया व्रत, जीवित्पुत्रिका व्रत, Jivatputrika vrat
व्रत की तिथि और शुभ मुहूर्त
अष्टमी तिथि प्रारंभ: 21 सितंबर 2019 को रात 08 बजकर 21 मिनट से

अष्टमी तिथि समाप्त: 22 सितंबर 2018 को रात 07 बजकर 50 मिनट तक।
PunjabKesari, Jitiya Vrat, Jitiya Vrat Shubh Muhurt, Jitiya Vrat Pujan vidhi, जितिया व्रत, जीवित्पुत्रिका व्रत, Jivatputrika vrat
पूजा विधि
इस व्रत में तीन दिन तक उपवास किया जाता है। पहले दिन महिलाएं स्नान करने के बाद भोजन करती हैं और फिर दिन भर कुछ नहीं खाती हैं। व्रत का दूसरा दिन अष्टमी को पड़ता है और यही मुख्य दिन होता है। इस दिन महिलाएं निर्जला व्रत रखती हैं। व्रत के तीसरे दिन पारण करने के बाद भोजन ग्रहण किया जाता है।

Related Story

IPL
Chennai Super Kings

176/4

18.4

Royal Challengers Bangalore

173/6

20.0

Chennai Super Kings win by 6 wickets

RR 9.57
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!