Edited By Punjab Kesari,Updated: 30 Dec, 2017 01:45 PM
जापान और चीन में लाफिंग बुद्धा को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। जैसे भारत में कुबेर को धन के देवता माना जाता है, वैसे ही लाफिंग बुद्धा को चीन में। चीन में इन्हें पुताइ के नाम से भी जाना जाता है।
जापान और चीन में लाफिंग बुद्धा को लेकर अलग-अलग मान्यताएं हैं। जैसे भारत में कुबेर को धन के देवता माना जाता है, वैसे ही लाफिंग बुद्धा को चीन में। चीन में इन्हें पुताइ के नाम से भी जाना जाता है। जिस प्रकार भारत में वास्तु है, ठीक उसी प्रकार चीन में फेंगशुई है। फेंगशुई की मान्यता है कि घर में लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति रखने से सौभाग्य बढ़ता है। इसलिए भारत में भी काफी लोग अपने घर-दुकानों आदि में इनकी मूर्तियां रखते हैं। यहां जानिए आखिर लॉफिंग बुद्धा कौन थे और घर में इनकी मूर्ति कैसे और क्यों रखनी चाहिए।
महात्मा बुद्ध के शिष्य थे लॉफिंग बुद्धा
महात्मा बुद्ध के कई शिष्यों में से एक थे जापान के होतेई। मान्यता के अनुसार होतेई बौद्ध बने और जैसे ही उन्हें आत्मज्ञान की प्राप्ति हुई तो वे जोर-जोर से हंसने लगे। इसके बाद उनके जीवन का एकमात्र उद्देश्य था लोगों को हंसाना और सुखी बनाना। होतेई जहां भी जाते वहां लोगों को हंसाते और लोग उनके साथ काफी खुश रहते थे। इस कारण जापान में लोग उन्हें हंसता हुआ बुद्धा यानी लॉफिंग बुद्धा कहने लगे। धीरे-धीरे उनके अनुयायियों की संख्या बढ़ती गई, एक देश से दूसरे देश और अब पूरी दुनिया में उन्हें मानने वालों करोड़ों लोग हैं। जबकि चीन में प्रचलित मान्यता के अनुसार लॉफिंग बुद्धा चीनी देवता हैं। चीन में इन्हें पुताइ के नाम से जाना जाता है। वे एक भिक्षुक थे और उन्हें मौज-मस्ती करना, घूमना-फिरना बहुत पसंद था। वे जहां भी जाते थे, वहां अपना बड़ा पेट और विशाल बदन दिखाकर सभी को हंसाते थे। तभी से लोग इन्हें देवता की तरह मानने लगे और इनकी मूर्तियां घर में रखने लगे।
लाफिंग बुद्धा के उपाय
फेंगशुई के अनुसार सही जगह पर लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति रखने से घर की नकारात्मकता खत्म होती है और घर में सकारात्मकता बढ़ने लगती है। जिससे सुख-समृद्धि का आगमन घर में होता है।
लॉफिंग बुद्धा की मूर्ति मुख्य दरवाजे के सामने कभी न रखें।
लाफिंग बुद्धा को घर या दफ्तर में जहां भी रखें इस बात का ध्यान रखें कि उसकी ऊंचाई आपकी आंखों के बराबर तक हो। यानी लाफिंग बुद्धा इस तरह हो कि आते जाते आपकी सीधी नजर उस पर पड़े। अधिक ऊंचाई या नीचे इसे नहीं रखना चाहिए।
जो लोग पैसा इकट्ठा नहीं कर पा रहे हैं उन्हें धन की पोटली लिए हुए लाफिंग बुद्धा की मूर्ति घर में रखनी चाहिए। इससे धन संबंधी कामों में लाभ मिल सकता हैं।
अगर कामों में सफलता नहीं मिल पा रही है तो दोनों हाथों में कमंडल लिए हुए लाफिंग बुद्धा की मूर्ति घर में रखनी चाहिए।
अगर आपको लगता है कि आपके घर में कोई जादू-टोना करता है या किसी की बुरी नजर आपके घर के सदस्यों पर पड़ी है तो आपको ड्रैगन पर बैठे, दिव्य शक्तियों के स्वामी लाफिंग बुद्धा को अपने घर में रखना चाहिए।
किसी भी घर में पूर्व दिशा को परिवार के भाग्य और सुख शांति का स्थान कहा जाता है। आप अपने घर के सदस्यों के बीच आपसी प्रेम और तालमेल बढ़ाना चाहते हैं तो एक लाफिंग बुद्धा पूर्व दिशा में रखें जो अपने दोनों हाथों को उठाकर हंस रहे हों।
फेंगशुई के नियम के अनुसार लाफिंग बुद्धा को अपने घर में दक्षिण पूर्व दिशा में रखें तो इस दिशा की सकारात्मक उर्जा बढ़ जाती है जो धन और सुख को आकर्षित करती है। घर में रहने वालों की आमदनी बढ़ती है। नौकरी व्यवसाय आपके विरोधियों से आप परेशान हैं तो इसमें भी यह राहत दिलाता है।
सामान्यतौर पर लाफिंग बुद्धा की मूर्ति मिट्टी से बनी होती है लेकिन आप धातु का लाफिंग बुद्धा भी रख सकते हैं। लेकिन इसका प्रभाव अलग होता है। ऐसे व्यक्ति जो कभी निर्णय नहीं ले पाते, जिनकी निर्णय क्षमता बहुत कमजोर होती है वे धातु से बने, हंसते हुए बुद्धा की प्रतिमा अपने घर या ऑफिस में रख सकते हैं। इससे आपकी निर्णय क्षमता और अधिक बढ़ जाएगी।
अगर आपके घर में कोई बीमार है लेकिन किसी भी परीक्षण में यह साबित नहीं हो पा रहा कि दरअसल बीमारी क्या है तो हाथ में वु लु लिए लाफिंग बुद्धा को बीमार व्यक्ति के तकिए के पास रख देना चाहिए। जल्द ही जांच में उसकी बीमारी का पता चल जाएगा। वु लु एक प्रकार का चीनी फल है जो पीले रंग का होता है।
धन की पोटली अपने कांधे पर टांगे लाफिंग बुद्धा किसी भी घर या ऑफिस के लिए शुभ माने गए हैं, वहीं बच्चों के साथ बैठे लाफिंग बुद्धा संतान प्राप्ति के लिए रखे जाते हैं।