क्या ग्रहों को शांत करने में रसोई घर की सामग्री का भी होता है योगदान?

Edited By Jyoti,Updated: 30 Apr, 2021 05:49 PM

kitchen can be helpful generating positivity in planets of horoscope

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद ग्रह जातक के जीवन में अहम भूमिका रखते हैं। अगर ये शुभ स्थिति में हो तो जातक और उसके जीवन पर शुभ प्रभाव डालते हैं

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ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में मौजूद ग्रह जातक के जीवन में अहम भूमिका रखते हैं। अगर ये शुभ स्थिति में हो तो जातक और उसके जीवन पर शुभ प्रभाव डालते हैं, तो वहीं अगर इनकी स्थिति सही न हो तो इनके दुष्प्रभाव जीवन को तहस-नहस कर देता है। इसलिए प्रत्येक व्यक्ति यही कामना करता है कि उसकी कुंडली के ग्रह हमेशा शुभ स्थिति में रहे ताकि उनके कुप्रभावों से बचा जा सके। इसके लिए जातक कई तरह के उपाय भी करता है। परंतु क्या आप जानते हैं इसके लिए आपको ज्यादा कुछ करने की आवश्यकता नहीं है, बल्कि आपके घर की रसोई आपके ग्रहों की दशा-दिशा को सुधार सकती हैं। जी हां, रसोईघर में उपयोग होने वाले मसालों से ज्योतिषीय ग्रहों की शांति संभव है। जानना चाहते हैं कैसे तो पढ़े आगे की जानकारी-

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार रसोई घर में तिलहन, दलहन और मसालों से ग्रहों को प्रसन्न किया जा सकता है। ज्योतिषी बताते हैं कि शनिदेव को प्रसन्न करने के लिए रसोई में तिल और सरसों का तेल दान, काले तिल, कलौंजी का तथा लोहे के बर्तनों का प्रयोग किया जाता है। 

देवगुरु बृहस्पति यानि गुरु ग्रह का शुभ प्रभाव पाने के लिए हल्दी, केशर और केले आदि पीली वस्तुओं का दान एवं उपयोग करना शुभ माना जाता है।

शुक्र ग्रह की स्थिति को शुभ रखने के लिए जातक को दूध शक्कर मिश्रित मखाने की खीर, चावल की खीर आदि का अधिकतर दान करना चाहिए। इससे इसकी 
स्थिती मजबूत होेती है। ज्योतिष मान्यताएं हैं कि डेयरी प्रॉडक्ट शुक्र के बल को बढ़ाते हैं। इसके अलावा चांदी के बर्तनों का प्रयोग भी किया जा सकता है। 

बुध ग्रह को प्रसन्न तथा प्रबलता करने के लिए धनिया, सौंफ, मूंगदाल, हरी शाक-भाजी का प्रयोग बढ़ाना चाहिए है। इसके अलावा सहजन की फल्ली, त्रिफला आदि का उपयोग एवं इसका दान आदि किया जाता है। 

सबसे क्रूर व सौरमंडल के सेनापति कहलाने वाले मंगल देव को प्रसन्न करने के लिए आटे के मौटे रोट हनुमान जी पर चढ़ाएं जाते हैं। इसके अलावा इनके शुभ प्रभाव के लिए लाल फल व सब्जियां दान की जाती हैं। तो वहीं गुड़, दालचीनी, खांड और लाल मिर्च को इनके प्रतिनिधित्व वाले पदार्थ माना जाता है।

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा जल से प्रसन्न होते हैं। तो वहीं सूर्य को जल देने से भी चंद्रमा प्रसन्न होते हैं। कहा जाता है रसीले फल, शर्बत, चावल आदि चंद्रमा को असरदार बनाते हैं, इससे स्मरणशक्ति भी बढ़ती हैै।

समस्त ग्रहों के राजा सूर्य ग्रह का शुभ प्रभाव पाने के लिए शुद्ध घी, स्वर्ण भस्म, केशर, गेहूं आदि का इस्तेमाल किया जाता है। ज्योतिषी कहते हैं कि अगर किसी व्यक्ति को प्रशासनिक कार्याे में बाधा आ रही हो तो उसे अपने जीवन में उक्त वस्तुओं का उपयोग व दान बढ़ाना चाहिए। 

राहू-केतु की बात करें तो इनके लिए सॉस, सूप, ड्रिंकस, सिरका, रासायनिक पदार्थ, नमक इत्यादि प्रयोग किया जाता है। अगर इनका कोप ज्यादा हो जाए तो जल में जौ प्रवाहित करने चाहिए। 
 

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