Edited By Jyoti,Updated: 18 May, 2019 01:10 PM
हिंदू पंचांग के अनुसार आज वैशाख पूर्णिमा पर कूर्मावतार जयंती मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कच्छप के पूजन का विधान है।
ये नहीं देखा तो क्या देखा (VIDEO)
हिंदू पंचांग के अनुसार आज वैशाख पूर्णिमा पर कूर्मावतार जयंती मनाई जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार इस दिन भगवान विष्णु के दूसरे अवतार कच्छप के पूजन का विधान है। इसके अलावा आज इनके अवतार बुद्ध का भी जन्म हुआ था। जिस कारण इस दि को बुद्ध जंयती भी कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन की पूजा से सांसारिक सुखों के साथ विष्णु जी के परम धाम की प्राप्ति होती है।
पूजन विधि-
सुबह जल्दी उठकर नित्य कामों को संपन्न करने के बाद श्री हरि विष्णु की पूजा का संकल्प लें।
अगर घर के मंदिर में अष्ट धातु की कच्छप मूर्ति है तो यह सबसे अच्छा रहेगा। लेकिन अगर नहीं है तो इसे आज के दिन खरीद लें। कहा जाता है इस दिन इसे खरीदना अत्यंत शुभ होता है। ध्यान रखे इसे हमेशा जल से भरे अष्ट धातु के पात्र ही रखें।
पूजन शुरू करने से पहले सकंल्प लेते हाथों में जल,फूल व चावल लें। इस दौरान जिस दिन पूजन कर रहे हैं उस वर्ष, उस वार, तिथि उस जगह और अपने नाम को लेकर अपनी इच्छा बोलें। फिर हाथों में लिए गए जल को ज़मीन पर छोड़ दें और भगवान विष्णु को भोग,माला और धुप अर्पित करें।
बता दे शास्त्रों नें इस दिन की अधिक महत्ता बताई गई है, इस दिन से निर्माण संबंधी काम शुरू किया जाना बेहद शुभ होता है। इसके साथ ही कूर्म जयंती के दिन वास्तु दोष के विशेष उपाय भी किए जाते हैं। इसके अलावा निम्न मंत्रों का जप करने से मां लक्ष्मी शीघ्र प्रसन्न होकर व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी कर देती हैं।
कूर्म जयंती : ये टोटका करेगा आपकी किस्मत के सितारों को बुलंद (VIDEO)
कूर्म मंत्र
ॐ कूर्माय नम:
ॐ हां ग्रीं कूर्मासने बाधाम नाशय नाशय
ॐ आं ह्रीं क्रों कूर्मासनाय नम:
ॐ ह्रीं कूर्माय वास्तु पुरुषाय स्वाहा