Edited By Niyati Bhandari,Updated: 19 Apr, 2021 08:37 AM
नवरात्रि के नौ दिन श्रद्धालुओं द्वारा मां भगवती के नौ रूपों की बड़ी श्रद्धा भाव और विभिन्न प्रकार से, पूजा की जाती है। जिसे उनकी सभी मंशाएं पूरी होती हैं। मां को मनाने के लिए ज़्यादा कुछ नहीं करना होता, बस एक बच्चे सा निश्छल मन होना चाहिए।
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Navratri 2021 7th Day- नवरात्रि के नौ दिन श्रद्धालुओं द्वारा मां भगवती के नौ रूपों की बड़ी श्रद्धा भाव और विभिन्न प्रकार से, पूजा की जाती है। जिसे उनकी सभी मंशाएं पूरी होती हैं। मां को मनाने के लिए ज़्यादा कुछ नहीं करना होता, बस एक बच्चे सा निश्छल मन होना चाहिए। सातवें नवरात्रि को नव दुर्गा के मां कालरात्रि स्वरूप की उपासना होती है। अम्बे के विध्वंसकारी रूपों में से भ्यायव्य रूप कालरात्रि देवी का है। जिनकी झलक मात्र से असुर थर-थर कांपते हैं। कालरात्रि देवी चंड-मुंड के संहार के लिए प्रकट हुईं थीं। इनका यह रूप घोर काली रात के समान काला, क्रोधित, भयंकर एवं रौद्र है। इनका ध्यान करने से सभी आसुरी शक्तियां, भूत-प्रेत, शत्रु, रोग, अज्ञानता और सभी प्रकार की नकरात्मक ऊर्जाएं दूर हो जाती हैं। मां का ये रूप उनके भक्तों के लिए अत्यंत शुभकारी है। मां करुणा की मूर्त हैं, इन्हें सच्चे मन से पुकारने पर ये आपके सभी कष्टों को हर लेंगी। जिन लोगों के घरों में नकारात्मकता अधिक है, भूत-प्रेत आदि बाधा का भय लगा रहता है, शत्रु पीछा नहीं छोड़ रहे, ग़रीबी और अज्ञानता का अन्धकार जिनके घर में वास कर रहा है, इनकी आराधना से सब कष्टों का नाश होगा।
कालरात्रि देवी का वास सहस्त्रार चक्र में होता है। मां का ध्यान करते हुए इनके इस मंत्र का 1008 बार उच्चारण करें। फिर इसके पश्चात मां को काले गुड़ का भोग लगाएं। फिर ये प्रसाद के रूप में सभी सदस्यों को बांट दें, घर से नेगेटिव ऊर्जा दूर होगी ओर परिवार के सदस्य सुरक्षित रहेंगे।
Maa kalratri mantra ॐ ऐं ह्लीं क्रीं कालरात्रे नमः।
Maa Kalratri Puja Vidhi कालरात्रि देवी की पूजन विधि- प्रातः काल में आरंभ कर देनी चाहिए परंतु रात्रि के समय मां का ध्यान अति शुभफलदाई है। रात्रि के मध्य में माता के इन मंत्रों का जाप करते हुए चांदी के नेत्र अर्पित करें। अष्ट सिद्धि नौ निधियों को देने वाली मां आपको निहाल कर देंगी। आपको अभ्य दान की भी प्राप्ति होती है। रात्रि का भय, शत्रु भय, पिशाच भय से मुक्ति मिलती है
या देवी सर्वभूतेषु मां कालरात्रि रूपेण संस्थिता नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नमः।
आज के दिन गधे को भोजन कराने से आप पर किया जादू-टोना हट जाता है।
पश्चिम दिशा की ओर माता के पदचिह्न लाल कुमकुम से बनाने से ग्रह शांति मिलती है।
आज के दिन यदि आपके घर कोई काले रंग की छोटी कन्या आए तो उसे मां का आगमन समझ कर पूजन करें। आपका कल्याण होगा।
नीलम
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