Edited By Lata,Updated: 14 Feb, 2020 03:49 PM
हमारे भारत देश में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकी अपनी एक अलग पहचान हैं। हर एक मंदिर के साथ कोई न कोई रहस्य
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हमारे भारत देश में ऐसे कई मंदिर हैं, जिनकी अपनी एक अलग पहचान हैं। हर एक मंदिर के साथ कोई न कोई रहस्य छिपा हुआ होता है और साथ ही इनकी परंपराएं भी अलग ही होती हैं। भारत में ऐसा ही एक स्थान है जोकि अपनी खूबसूरती के लिए जाना जाता है। हम बात कर रहे हैं, दार्जीलिंग शहर की, जो अपनी वादियों के लिए बहुत ही मशहुर है। लेकिन वहां एक ऐसा स्थान है, जहां भगवान शिव की पूजा तो होती है, साथ ही महात्मा बुद्ध की भी पूजा की जाती है। आइए जानते हैं, इस खास स्थान के बारे में-
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दार्जीलिंग की वादियों में एक ऐसा स्थान है, जहां दो धर्म एक साथ पूजे जाते हैं। जी हां, वहां बौद्ध व हिंदू धर्म एक साथ पूजा जाता है और यहीं बल्कि शिवरात्रि पर तो यहां का नजारा और भी अलग होता है। देश के कोने-कोने से श्रद्धालु यहां आते हैं। भोले बाबा की पूजा के साथ ही गौतम बुद्ध की भी उपासना करते हैं। दार्जीलिंग की वादियों में ‘होली हिल’ के नाम से प्रसिद्ध स्थान पर स्थापित है महाकाल मंदिर। यहां हिंदू और बौद्ध धर्म के अनुयायी एक साथ पूजा-अर्चना करते हैं। दो धर्मों को जोड़ने वाला यह अद्भुत मंदिर है। महाकाल मंदिर में शिव जी और गौतम बुद्ध के अलावा छोटे-छोटे और भी मंदिर हैं। इसके अलावा यहां पर एक गुफा भी है जहां बौद्ध धर्म के अनुयायी प्रार्थना करते हैं।
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महाकाल मंदिर में प्रवेश करते ही स्वर्ग जैसी अनुभूति होने लगती है। दार्जीलिंग की खूबसूरत वादियों के बीच बसे इस बेहतरीन मंदिर को देखकर लगता है कि प्रकृति इसपर पूरी तरह मेहरबान है। यहां प्रवेश द्वार पर लगे घंटें और बौद्ध धर्म के प्रतीक फ्लैग संगीत, धर्म और सुंदरता का अनुपम उदाहरण है। महाकाल मंदिर हिंदू ऑर्किटेक्चर का बेहतरीन उदारण है। गोलाकार में निर्मित इस मंदिर के मध्य भाग में शिवलिंग है। वहीं प्रवेश द्वार पर नंदी बाबा विराजते हैं। शिवलिंग के बगल में ही गौतम बुद्ध की प्रतिमा है। दोनों ही धर्मों के पुजारी एक साथ पूजा-अर्चना करते हैं।