Edited By Niyati Bhandari,Updated: 02 Jun, 2022 08:14 AM
साहस और पराक्रम के लिए विख्यात महाराणा प्रताप मेवाड़ के 13वें राजा थे। उनका जन्म 9 मई, 1540 को एक राजपूत परिवार में हुआ और उनके पिता उदय
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Maharana Pratap Jayanti 2022: साहस और पराक्रम के लिए विख्यात महाराणा प्रताप मेवाड़ के 13वें राजा थे। उनका जन्म 9 मई, 1540 को एक राजपूत परिवार में हुआ और उनके पिता उदय सिंह उदयपुर नगर के संस्थापक थे। भारत में मुगल साम्राज्य को फैलने से रोकने के लिए किए गए प्रयासों के लिए भी महाराणा प्रताप को जाना जाता है।
हल्दी घाटी का युद्ध मुगलों के खिलाफ एक अग्रणी युद्ध साबित हुआ जिसमें महाराणा प्रताप ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। उन्हें शक्तिशाली मुगल शासक अकबर को तीन बार हराने का गौरव प्राप्त है। यूं तो महाराणा प्रताप हल्दी घाटी के युद्ध में हार गए लेकिन उन्होंने आत्मसमर्पण करने से इंकार कर दिया था। उन्होंने दोबारा मुगलों से कब्जा किए गए क्षेत्रों को वापस ले लिया। कई लोग महाराणा प्रताप को पहला स्वतंत्रता सेनानी मानते हैं।
जब लगभग सभी राजाओं ने मुगलों से डर कर हार मान ली तब महाराणा प्रताप अकेले ही उनके खिलाफ खड़े रहे। वह कभी अन्याय के आगे नहीं झुके।
कहा जाता है कि वह 104 किलो की तलवार आसानी से अपने साथ ले जा सकते थे और उनके कवच का वजन ही 72 किलो था।