Edited By Niyati Bhandari,Updated: 10 Apr, 2021 07:28 AM
आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की मासिक शिवरात्रि तिथि है। कलयुग में भगवान शिव की अराधना आपको सभी दुखों से पार लगने की सामर्थ्य रखती है। इस युग में शनि ग्रह प्रधान ग्रह हैं, जो सत्ता, योग,मोक्ष और भोग देते हैं।
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Masik Shivaratri April 2021: आज चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की मासिक शिवरात्रि तिथि है। कलयुग में भगवान शिव की अराधना आपको सभी दुखों से पार लगने की सामर्थ्य रखती है। इस युग में शनि ग्रह प्रधान ग्रह हैं, जो सत्ता, योग,मोक्ष और भोग देते हैं। भगवान शिव इनके गुरु हैं। जो लोग उनके इष्ट ती पूजा करते हैं। शनि कभी उनसे नहीं रुठते। भगवान शिव के व्रत और पूजा करने से न केवल बल्कि नवग्रहों को भी अपने पक्ष में किया दा सकता है। इस माह की शिवरात्रि पूर्नाभाद्रपद नक्षत्र में पड़ रही है। जो शनि की कुंभ राशि में आता है। इस दिन कईं विशेष तरीकों से पूजा करने से आपको भगवान शिव और शनि की कृपा के पात्र बनेंगे।
Maha shivratri Upay : सूरज ढलने के बाद भगवान शिव को चरण पादुकाएं अर्पित करने से शनि के प्रकोप से मुक्ति मिलती है।
सरसों के तेल का दीपक भोलेनाथ के आगे जलान से धनलाभ और अंतर ज्ञान में वृद्धि होती है।
शाम को सफेद शिवलिंग पर गन्ने के रस से रुद्रभीषेक करें। जिससे की कईं जन्मों की दरिद्रता दूर होती है।
आज के दिन पारद शिवलिंग पर गंगा जल अर्पित करने से आपके कईं रोगों का नाश होगा।
शिवलिंग पर दही अर्पण करने से सौंदर्य बढ़ता है।
काले चने का भोग भगवान शिव को लगाने से शत्रुओं पर विजय मिलती है।
लंबी बीमारियों से छुटकारा पाने के लिए शिव मंदिर की पूर्व दिशा में बैठकर महामृत्युजंय मंत्र का जाप करें।
नीलम
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