Edited By Lata,Updated: 21 Jan, 2020 11:33 AM
मौनी अमावस्या का दिन शास्त्रों में बहुत ही खास बताया गया है। बता दें कि इस साल 24 जनवरी को मौनी
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मौनी अमावस्या का दिन शास्त्रों में बहुत ही खास बताया गया है। बता दें कि इस साल 24 जनवरी को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जा रहा है। कहते हैं कि इस दिन गंगा स्नान करने वाले को हर पाप से मुक्ति मिलती है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि इस दिन कईं अन्य दोषों से छुटकारा भी पाया जा सकता है? ऐसे में अगर आपकी कुंडली में कालसर्प दोष है तो आप इस दिन कुछ उपायों को करके इस दोष को कम कर सकते हैं और इसी के चलते आज हम आपको मौनी अमावस्या पर किए जाने वाले कुछ उपायों के बारे में बताने जा रहे हैं।
मौनी अमावस्या के दिन पवित्र नदी में स्नान करने के बाद एक चांदी के नाग- नागिन के जोड़े की पूजा करें और इन पर सफेद फूल अर्पित करें और सफेद फूलों के साथ ही किसी बहते हुए जल में इन्हें प्रवाहित कर दें और उनसे प्रार्थना करें कि आपको जल्द ही इस दोष से मुक्ति मिल जाए।
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मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद लघु रूद्र का पाठ स्वंय करें। यदि आप ऐसा नहीं कर सकते तो आप इसका पाठ किसी योग्य ब्राह्मण से भी करा सकते हैं।
कालसर्प दोष से मुक्ति पाने के लिए आपको मौनी अमावस्या के दिन नवनाग स्तोत्र का पाठ अवश्य करना चाहिए और अपने सामर्थ्य के अनुसार किसी निर्धन व्यक्ति या ब्राह्मण को दान भी देना चाहिए।
मौनी अमावस्या के दिन स्नान करने के बाद किसी शिव मंदिर में अवश्य जाएं और शिवलिंग पर तांबे के नाग और नागिन अवश्य चढ़ाएं।
मौनी अमावस्या के दिन सफेद फूल, बताशे, कच्चा दूध, सफेद कपड़ा, चावल और सफेद मिठाई बहते जल में प्रवाहित करें और शेषनाग से इस दोष से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें।
इस दिन आपको काले हकीक की माला से राहु ग्रह के मंत्र और ऊँ रां राहवे नमः मंत्र का जाप अवश्य करना चाहिए। ऐसा करन से भी आपको कालसर्प दोष से मुक्ति मिलेगी।
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मौनी अमावस्या के दिन कालसर्प यंत्र की स्थापना करें और भगवान शिव के पंचाक्षरी मंत्र और ऊं नम: शिवाय का जाप करें और रोज इस यंत्र के आगे घी या सरसों के तेल का दीपक जलाना चाहिए।