Edited By Jyoti,Updated: 09 Feb, 2021 03:38 PM
11 फरवरी को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। जैसे कि अपने आर्टिकल्स के द्वारा हमें आपको पहले नहीं बताया है कि अमावस्या तिथि दान पुण्य जैसे कार्यों के लिए अधिकतर शुभ मानी जाती है।
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11 फरवरी को मौनी अमावस्या का पर्व मनाया जाएगा। जैसे कि अपने आर्टिकल्स के द्वारा हमें आपको पहले नहीं बताया है कि अमावस्या तिथि दान पुण्य जैसे कार्यों के लिए अधिकतर शुभ मानी जाती है। तो वही इस दिन पितरों की शांति के लिए तर्पण भी किया जाता है। साथ ही साथ अमावस्या तिथि पर चंद्रमा का पूजन किया जाता है। मान्यता है कि अमावस्या के दिन अगर चंद्र देव की विधिवत पूजा के साथ-साथ इन को समर्पित कुछ खास मंत्रों का उच्चारण किया जाए तो जातक को अपने जीवन में सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
बता दें ज्योतिष शास्त्र के अनुसार चंद्रमा मन का कारक माना जाता है जिस कारण अगर किसी की कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अशुभ हो तो व्यक्ति को अपने जीवन में कई तरह का मानसिक तनाव रहता है। ऐसे में व्यक्ति को खास तौर पर अमावस्या तिथि के दौरान चंद्र देव की पूजा के साथ साथ निबंध दिए गए उनके कुछ मंत्रों का जाप अवश्य करना चाहिए।
कहा जाता है इनके मंत्रों का जप करने से जातक अपने मानसिक अवरोधों से छुटकारा पाता है। मनोबल का अभाव नही होता। साथ ही साथ व्यक्ति के भीतर सकारात्मक विचारों का अभाव नहीं रहता। ध्यान रहे इन आगे बताए जाने वाले मंत्रों का जप हमेशा ध्यानावस्था में ही करें।
जानें इनका खास मंत्र-
चंद्र मंत्र-
श्वेतः श्वेताम्बरधरः श्वेताश्वः श्वेतवाहनः।
गदापाणि द्विर्बाहुश्च कर्तव्योः वरदः शशिः।।
मंत्र जप के लाभ-
जीवन की परिस्थितियों को बेहतर ढंग से समझने और तालमेल बिठाने में मदद मिलती है।
जातक की वाणी व्यवहार और स्मरणशक्ति को बल मिलता है।
मं6 के शुभ प्रभाव से परिवार में हर्ष आनंद रहता है, सदस्य एक-दूसरे के प्रति स्नेह और आदरभाव रखने लगते हैं। साथ ही साथ चंद्रमा की प्रबलता से आर्थिक और सामाजिक पक्ष मजबूत है।
मौनी अमावस्या के दिन खासतौर पर अगर विद्यार्थियों द्वारा इस मंत्र का जप किया जाए तो उनकी स्मरणशक्ति और एकाग्रता बढ़ती है।