Edited By Jyoti,Updated: 20 May, 2018 03:27 PM
आलोच्य सप्ताह (23 से 29 मई तक) के पूर्वाद्र्ध में न तो कोई सितारा अपनी राशि बदलता है और न ही पोज़ीशन, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है, मगर उत्तरार्द्ध में बुध दोबारा अपनी पोज़ीशन बदलता है
ये नहीं देखा तो क्या देखा
आलोच्य सप्ताह (23 से 29 मई तक) के पूर्वाद्र्ध में न तो कोई सितारा अपनी राशि बदलता है और न ही पोज़ीशन, इसलिए ग्रह योग ज्यों का त्यों ही अपने स्थान पर स्थिर रहता है, मगर उत्तरार्द्ध में बुध दोबारा अपनी पोज़ीशन बदलता है, यानी कि वह पूर्व में अस्त होता है तथा राशि भी बदलता है। इस तरह मेष राशि पर से निकल कर वृष राशि पर प्रवेश करता है। इस तरह सितारों, ग्रह-योग में होने वाले बदलाव से पहले तथा बदलाव के उपरांत की स्थिति को स्टडी करने से मालूम देता है कि उत्तराद्र्ध ज्यादा महत्वपूर्ण होगा। ख्याल है कि सप्ताह से प्रारम्भ से पिछले सप्ताह वाला रुख शुरू हो जाएगा, फिर 28 मई से एक नए रुख की शुरूआत हो सकती है। नोट करें कि 28 मई के लिए किसी अच्छे मौका पर लगा एकतरफा फायदा दे सकता है।
क्या आपके बच्चे नहीं सुनते आपकी बात!
आपका राशिफल
तेल सोया, तेल मूंगफली, सरसों, अलसी, तोरिया, तिल, तेल, बिनौला, अरंडी, खल, सींगदाना,मेंथा, पिपरामैंट, अन्य तेल पदार्थों, वनस्पति, सोना, चांदी, हीरे, जवाहरात, बहुमूल्य धातुओं, बहुमूल्य पत्थरों इत्यादि में 15 मई से चला रुख इस सप्ताह में भी बना रहेगा—फिर 28 मई के रुख पर नजर रखें, क्योंकि 28 मई वाला रुख ही 29 मई को बना रहेगा। काटन, पटसन, रूई, कपास, सन्न, सूत, सिल्क, स्टैपल, ऊनी, सूती, रेशमी कपड़े तथा यार्न इत्यादि में उठा-पटक के बीच कमजोरी का रुझान बना रह सकता है।
ऐसे होंठ वाले होतें हैं CHARACTERLESS
शेयर मार्केट में उठा-पटक तो होती रहेगी, मगर ख्याल है कि आम रुझान मजबूती वाला बना रहेगा। फिर 29 मई वाला रुख 29 मई को भी बना रहेगा। गुड़, खांड, शक्कर तथा अन्य मीठी रसदार वस्तुओं तथा मिश्री इत्यादि में शुरू सप्ताह से जो रुख बन गया, ख्याल है कि वही रुख आगे जारी रहेगा। 28 तारीख को तेजी बनने पर 29 मई तेजी बनी रहेगी। गेहूं, गवारा, मटर, मक्की, चने, जौ, बाजरा, अरहर, मूंग, माष तथा अन्य अनाज पदार्थों, दालों इत्यादि में शुरू सप्ताह से तेजी शुरू हुई तो 27 तक तेजी, किन्तु यदि शुरू सप्ताह से मंदा चल पड़ा तो फिर मंदा 27 मई तक चलेगा। 28 मई को रेटों में उछाल आने पर आगे तेजी। हाजिर मार्केट में पूर्वाद्र्ध में ग्राहकी का अभाव दिखेगा, मगर उत्तराद्र्ध में ग्राहकी तथा माल की मांग बढ़ जाएगी।