Edited By Jyoti,Updated: 27 Dec, 2020 06:04 PM
अपने विचारों के साथ अकेले रहने का समय निकालना एक शक्तिशाली अनुभव हो सकता है जो आपके लक्ष्यों तक आपको पहुंचाने में सहायक हो सकता है।
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अपने विचारों के साथ अकेले रहने का समय निकालना एक शक्तिशाली अनुभव हो सकता है जो आपके लक्ष्यों तक आपको पहुंचाने में सहायक हो सकता है। मानसिक शक्ति के लिए यह जरूरी हो सकता है कि आप विकास पर ध्यान केन्द्रित करने के लिए दैनिक जीवन की व्यस्तता में से थोड़ा समय अपने लिए निकालें।
हालांकि एकांत को कई मुख्य धर्मों में बहुत सराहा गया है। लेकिन आधुनिक समाज में अकेले रहने के कुछ नकारात्मक अर्थ लगाए जाते हैं। बच्चों के दुव्र्यवहार करने पर माता-पिता उन्हें अकेले कमरे में बंद कर देते हैं, जिससे यह संदेश मिलता है कि अकेले रहना सजा है।
‘एकांत कारावास’ सबसे बुरे कैदियों को दी गई सजा का वर्णन है। जाहिर है, अति एकांत स्वस्थ नहीं होता लेकिन अकेले समय गुजारने को इतना बुरा मानना ठीक नहीं है।
‘अकेले रहना बुरा है’ और ‘लोगों से घिरे रहना अच्छा है’ यह धारणा हम पर अपने सामाजिक कैलेंडर भरे रखने का दबाव डालती है। व्यस्त रहना अद्भुत मन बहलाव के रूप में भी सहायता कर सकता है।
अगर आप अपने मस्तिष्क को सुखद बातचीत में उलझाए रखते हैं तो आपको अपनी समस्याओं के बारे में नहीं सोचना पड़ेगा। भले ही आप दूसरे लोगों के साथ शारीरिक रूप से समय नहीं गुजार सकते लेकिन प्रौद्योगिकी की तरक्की का यह मतलब है कि आपको दरअसल कभी अकेले रहने की जरूरत ही नहीं है। आप लगभग कहीं भी फोन पर बात कर सकते हैं, सामाजिक मीडिया के जरिए लोगों के सतत् सम्पर्क में रह सकते हैं।