Edited By Jyoti,Updated: 18 May, 2021 11:41 AM
एक बादशाह ने एक जैसे दिखाई देने वाले हीरे एक स्थान पर रखवा दिए और शर्त रख दी कि जो भी व्यक्ति असली और नकली को अलग-अलग कर देगा, उसे ईनाम दिया जाएगा।
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एक बादशाह ने एक जैसे दिखाई देने वाले हीरे एक स्थान पर रखवा दिए और शर्त रख दी कि जो भी व्यक्ति असली और नकली को अलग-अलग कर देगा, उसे ईनाम दिया जाएगा। बहुत से लोग आए लेकिन कोई भी दोनों को अलग नहीं कर पाया।
आखिर एक दृष्टिहीन व्यक्ति दरबार में पहुंचा और उसने बादशाह से दस मिनट का समय मांगा। वह हीरों को लेकर धूप में चला गया। कुछ देर के बाद वह दरबार में आया और उसने हीरे देकर बताया कि यह असली है और यह नकली।
जांच करवाई गई तो दृष्टिहीन व्यक्ति का जवाब सही था। उससे पूछा गया कि तुमने दोनों किस्म के हीरों को अलग कैसे किया। उसने बताया कि धूप में नकली हीरे गर्म हो गए और असली हीरे ठंडे रहे। ये हीरे मनुष्यों की तरह हैं। मुश्किल हालात में इनकी पहचान होती है। नकली हीरे जल्द ही तपने लगते हैं और असली हीरे धैर्य बनाए रखते हैं। —अरुण कुमार कैहरबा