Edited By Niyati Bhandari,Updated: 07 Mar, 2022 11:51 AM
राम और कृष्ण
राम और कृष्ण दोनों महापुरुष हैं मगर दोनों के जीवन में यह बुनियादी फर्क है कि राम तो एकदम सीधे और सरल हैं जबकि
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राम और कृष्ण
राम और कृष्ण दोनों महापुरुष हैं मगर दोनों के जीवन में यह बुनियादी फर्क है कि राम तो एकदम सीधे और सरल हैं जबकि कृष्ण कठिन और गूढ़ हैं। राम का नाम भी सरल है, स्वभाव भी सरल है और चरित्र भी सरल है, जबकि कृष्ण का नाम, स्वभाव और लीला तीनों कठिन हैं। राम का जीवन और कृष्ण का कथन तुम्हारे लिए अनुकरणीय है। राम ने जो किया, वह तुम्हें करना है और कृष्ण ने जो कहा वह तुम्हें करना है।
बड़ा आदमी
बड़ा आदमी वह नहीं जिसके पास कई नौकर, गाड़ी और बंगले हैं बल्कि बड़ा आदमी वह है जो किसी का कर्जदार नहीं है। जो जितना कमाता है उतने से ही संतुष्ट रहता है। बड़ा आदमी वह है जिसकी सेहत अच्छी है और जो अपना काम खुद कर लेता है।
बड़ा आदमी वह है जो किसी जरूरतमंद की सेवा को तैयार रहता है और किसी गरीब का हक नहीं छीनता। बड़ा आदमी वह है जो कठिन परिस्थितियों में भी मुस्कुराता है और जिसे कोई उदासी, कभी उदास नहीं कर पाती। बड़ा आदमी वह है जिसे तकिए पर सिर रखते ही नींद आ जाती है और सुबह उठने के लिए किसी अलार्म की जरूरत नहीं पड़ती।
पुण्य का उदय
दान देना उधार देने के समान है। देना सीखो क्योंकि जो देता है वह देवता है और जो रखता है वह राक्षस। ज्ञानी तो इशारे से ही देने को तैयार हो जाता है मगर नीच लोग गन्ने की तरह कुटने-पिटने के बाद ही देने को राजी होते हैं। जब तुम्हारे मन में देने का भाव जागे तो समझना पुण्य का उदय हुआ है।
अपने होश हवास में कुछ दान दे डालो क्योंकि जो दे दिया जाता है वह सोना हो जाता है और जो बचा लिया जाता है वह मिट्टी हो जाता है। भिखारी भी भीख में मिली हुई रोटी तभी खाता है जब वह एक टुकड़ा कीड़े-मकौड़े को डालता है। अगर वह ऐसा नहीं करता तो कई जन्मों तक भिखारी ही रहेगा।