Edited By Lata,Updated: 05 Nov, 2019 10:02 AM
ओडिशा के कटक शहर स्थित उड़िया बाजार में एक बार प्लेग फैल गया। केवल बापू पाड़ा मोहल्ला इससे बचा हुआ था
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ओडिशा के कटक शहर स्थित उड़िया बाजार में एक बार प्लेग फैल गया। केवल बापू पाड़ा मोहल्ला इससे बचा हुआ था क्योंकि वहां पढ़े-लिखे लोग रहते थे और वे आसपास की सफाई पर ध्यान देते थे। वहां के कुछ लड़कों ने सफाई अभियान चलाने के लिए एक दल बनाया, जिसमें 10 साल के बच्चे से लेकर 18 साल तक के नौजवान शामिल थे। उस दल का मुखिया था 12 साल का एक बालक। उड़िया बाजार में हैदर अली नाम का एक कुख्यात व्यक्ति रहता था। बापू पाड़ा के लड़के जब उड़िया बाजार में साफ-सफाई करने आते तो हैदर उन्हें भगा देता। असल में बापू पार्क के लोगों के प्रति उसके मन में कटुता भरी हुई थी। वहां के वकीलों ने उसे कई बार जेल भिजवाया था। कुछ ही दिनों बाद हैदर की पत्नी और उसके बेटे को भी प्लेग हो गया।
खबर पाते ही अभियान दल का मुखिया वह लड़का उनकी सेवा में जुट गया। हैदर ने उस लड़के से पूछा, ''तुम्हें गुस्सा नहीं आता मुझ पर? लड़के ने जवाब दिया, ''मैं क्यों गुस्सा करूं? हैदर ने कहा, ''मैं तो बापू पाड़ा के लोगों को गालियां देता हूं। सेवा मंडल के लड़कों को शत्रु समझ कर भगा दिया था और तुम मेरी पत्नी और बच्चों की सेवा कर रहे हो। मैं तुम्हारी हिम्मत और उदारता से प्रभावित हुआ, बेटा मुझे माफ कर देना।
बालक ने कहा, ''आप तो हमारे पिता तुल्य हैं। माफी देने का अधिकार हमें नहीं है। हमें तो आपसे आशीर्वाद लेना चाहिए। आपकी पत्नी मेरी मां जैसी है और बेटा मेरे भाई जैसा है।
हैदर अली उस बच्चे की निष्काम सेवा और मधुर वाणी से इतना प्रभावित हुआ कि वह रोने लगा। लड़के ने कहा, ''चाचा आप चिंता न करें, हमें सेवा का मौका देते रहें। वह असाधारण बालक आगे चलकर नेताजी सुभाष चंद्र बोस के नाम से विख्यात हुआ।