Edited By Jyoti,Updated: 24 Nov, 2019 10:41 AM
जालंधर (नरेश): महाराष्ट्र में शनिवार सुबह मुख्य मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही दूसरी बार सत्ता में आई भाजपा की सरकार में अस्थिरता जारी रह सकती है
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जालंधर (नरेश): महाराष्ट्र में शनिवार सुबह मुख्य मंत्री पद की शपथ लेने के साथ ही दूसरी बार सत्ता में आई भाजपा की सरकार में अस्थिरता जारी रह सकती है इसका कारण मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस द्वारा शपथ लेने के लिए चुना गया समय है। उन्होंने शनिवार सुबह 8 बजकर 5 मिनट पर जिस वक्त शपथ ग्रहण की उस समय चन्द्रमा अपने ही हस्ता नक्षत्र से गुजर रहा था।
चन्द्रमा ज्योतिष के लिहाज से चंचल ग्रह है लिहाजा सरकार में उतार-चढ़ाव रह सकता है। शपथ ग्रहण हालांकि वृश्चिक लग्न में हुआ है और स्थिर लग्न को ज्योतिष के लिहाज से शुभ माना जाता है। सरकार के अपना कार्यकाल पूरा करने की भी संभावना है। सत्ता का कारक ग्रह और सत्ता के भाव (दसवें घर) का मालिक सूर्य लग्न में बैठकर कुंडली को ताकत दे रहा है लेकिन शपथ ग्रहण की कुंडली में सबसे बड़ी समस्या सातवें घर के मालिक शुक्र का राहु और केतु के मध्य फंसना है। शुक्र अपने घर से आठवें भाव में शनि, केतु और गुरु के साथ है और इस पर राहु की दृष्टि भी है लिहाजा पार्टनरशिप के स्तर पर शपथ ग्रहण से कुंडली कमजोर हो गई है क्योंकि सातवां घर पार्टनरशिप का घर भी है।
शपथ ग्रहण चन्द्रमा के नक्षत्र में और चन्द्रमा की महादशा में हुआ है और चन्द्रमा की महादशा दिसम्बर 2022 तक चलेगी। चन्द्रमा चंचलता का कारक है लिहाजा फडऩवीस की सरकार पिछली सरकार जितनी स्थिर तो नहीं होगी लेकिन शनि का राशि परिवर्तन जनवरी के बाद सरकार को मजबूती प्रदान करेगा तथा मंगल की दशा आने पर 3 साल बाद सरकार अच्छा काम करेगी और स्थिर भी होगी। -राजिंद्र बिट्टू, जालंधर