ऑनलाइन बुकिंग करके आम लोग उठा सकेंगे राष्ट्रपति भवन के खास उद्यान की सैर का लुत्फ

Edited By Jyoti,Updated: 14 Feb, 2021 12:19 PM

ordinary people will be able to visit the special garden of rashtrapati bhavan

राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन यानी गुलों की बाहर दीदार को तैयार है। फरवरी मार्च में यह मुगल गार्डन आम लोगों के लिए खोला जाता है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
खिलते हैं गुल यहां... दीदार-ए-बहार, मुगल गार्डन तैयार
नई दिल्ली:
राष्ट्रपति भवन का मुगल गार्डन यानी गुलों की बाहर दीदार को तैयार है। फरवरी मार्च में यह मुगल गार्डन आम लोगों के लिए खोला जाता है। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग यहां पर लगाए गए एक से एक लाजवाब फूलों की खूबसूरती और उद्यान की सुंदरता देखने पहुंचते हैं।

राष्ट्रपति भवन स्थित मुगल गार्डन में फूलों की सैकड़ों प्रजातियां दर्शक देख सकते हैं। कई फूल ऐसे हैं कि जाने वाला हर दर्शक फू लों की खूबसूरती निहारता ही रह जाए। प्रति वर्ष उद्यानोत्सव में खुलने वाले मुगल गार्डन को एक बार फिर से दर्शकों के लिए खोला जा रहा है। राष्ट्रपति भवन की वेबसाइट से बुकिंग करके दर्शक 21 मार्च तक मुगल गार्डन में देशी-विदेशी फूलों का दीदार कर सकते हैं। यहां दर्शकों को म्यूजिकल फाउंटेन, हर्बल गार्डन, स्पर्चुअल गार्डन, रोज गार्डन व सर्कुलर गार्डन आदि देखने को मिलेंगे। दर्शक प्रत्येक सोमवार को छोड़कर, अन्य दिनों में सुबह 10 से शाम 4 बजे तक आ सकेंगे। दर्शकों को कोरोना महामारी के चलते मुगल गार्डन में आने से पहले ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी। दर्शकों को मुगल गार्डन में आने के दौरान कु छ नियमों का पालन करना अनिवार्य होगा। दर्शक पानी की बोतल, ब्रीफकेस, हैंडबैग/महिलाओं का पर्स, कैमरा, रेडियो/ट्रांजिस्टर, डिब्बे, छाता, खाद्य सामग्री आदि नही ला सकते। निर्धारित किए गए मार्ग में विभिन्न स्थानों पर दर्शकों को हैंड सेनिटाइजर्स, पेयजल, शौचालय, चिकित्सा सुविधा जैसी सुविधाएं भी प्रदान की जाएंगी।

15 एकड़ में फैला है मुगल गार्डन
राष्ट्रपति भवन की शान मुगल गार्डन 15 एकड़ के विशाल परिसर में फैला हुआ है। मुगल गार्डन जम्मू और कश्मीर के मुगल गार्डन व ताजमहल के आसपास के बागानों और यहां तक कि भारत व परसिया के पेंटिंग्स से भी प्रेरित है। 1917 में मुगल गार्डन का डिजाइन सर इडविन लुटियन ने फाइनल किया था। साल 1928 से लेकर 1929 तक यहां पौधों को रोपा गया। राष्ट्रपति भवन की बिल्डिंग की ही भांति इस गार्डन की वास्तुकला भी दो तरह की है इंडियन और वेस्टर्न। इसका श्रेय सर लुटियन्स को जाता है कि वह मुगल गार्डन के लिए दो बागवानी परंपराओं को एक साथ लेकर आए।

एक दिन में 700 लोग देख सकेंगे
मुगल गार्डन देखने जाने वाले लोगों को मालूम हो कि वह नॉर्थ एवेन्यू के करीब गेट संख्या 35 से जाएं उन्हें वहीं से प्रवेश दिया जाएगा। मुगल गार्डन देखने के लिए सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक ही लोगों को एक-एक घंटे के 7 स्लॉट में प्रवेश मिलेगा। गार्डन आम लोगों के लिए प्रतिदिन शाम 5 बजे तक खुला रहेगा। एक-एक घंटे के स्लॉट में अधिकतम 100 लोगों को प्रवेश मिलेगा। प्रवेशद्वार पर ही शरीर के तापमान की चेकिंग की जाएगी। सभी दर्शकों को उद्यान में कोविड-19 नियमों व शारीरिक दूरी का पालन करना होगा।

‘ताजमहल’ और ‘एफिल टावर’ भी है यहां
गुलाब आज भी मुगल गार्डन की एक प्रमुख विशेषता है। मुगल गार्डन में 159 तरह के गुलाब फरवरी से मार्च तक खिलते हैं। जिनमें एडोरा, मृणालिनी, ताज महल, एफिल टॉवर, मॉडर्न आर्ट, सेंटीमेंटल, ओक्लाहोमा(काला गुलाब), बेलमी, ब्लैक लेडी, पैराडाइज, ब्लू मून व लेडी एक्स प्रमुख हैं। हालांकि मशूहर हस्तियों के नाम पर भी गुलाबों के नाम रखे गए हैं जिनमें मदर टेरेसा, राजा राम मोहन राय, मि. लिंकन, जॉन एफ केनेडी, जवाहर, क्वीन एलिजाबेथ, क्रिस्टियन डायर आदि। राष्ट्रपति भवन के मुगल गार्डन में दो गुलाबों के नाम महाभारत के प्रसिद्ध पात्र अर्जुन और भीम के नाम पर भी हैं।

चेंज ऑफ गॉर्ड सेरेमनी में हो सकते हैं शामिल
मुगल गार्डन के अलावा, आम लोग राष्ट्रपति भवन संग्रहालय का भी दौरा कर सकते हैं। इसके साथ ही दर्शक ‘चेंज ऑफ गार्ड समारोह’ में भी शामिल हो सकते हैं। चेंज ऑफ गार्ड समारोह प्रत्येक शनिवार को राष्ट्रपति भवन में आयोजित किया जाता है। 14 मार्च तक दर्शक सुबह 09:40 बजे से 10:40 बजे तक व 15 मार्च से 21 मार्च तक दर्शक 07:40 बजे व 08:40 बजे तक चेंज ऑफ गॉर्ड समारोह में शामिल हो सकते हैं। लेकिन इस समारोह में शामिल होने के लिए दर्शकों को ऑनलाइन आवेदन करना होगा।

बोगनबिलिया की 60 वैरायटी देखने को मिलेंगी
मुगल गार्डन में सिर्फ गुलाब ही नहीं बल्कि यहां का आकर्षण कमल, ट्यूलिप, लिली, दफोदिल्स व अन्य मौसमी पुष्प भी होते हैं। यहां मौसमी फूलों की 70 से अधिक वैरायटी मिल जाएंगी। वहीं विश्व में प्रसिद्ध 101 बोगनबिलिया में से यहां 60 को उगाया गया है। यहां फूलों की चादर के रूप में आप एलाइसम, डेजी व पैंसी आदि को देख सकते हैं।

Related Story

India

397/4

50.0

New Zealand

327/10

48.5

India win by 70 runs

RR 7.94
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!